कौशांबी प्रकरण को जातीय संघर्ष का रूप न दिया जाये,अरुण दीक्षित

दिल्ली 19जून 2025 भगवान परशुराम सेवा संस्थान द्वारा संचालित सामाजिक संगठन सामाजिक चेतनामंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण दीक्षित ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि कौशांबी प्रकरण जो एक पाल समाज की नाबालिग लड़की से बलात्कार की कथित घटना एवं उसमें नामित ब्राह्मण परिवार के एक व्यक्त को लेकर जो घटना गठित हुई है,उसको जातीय संघर्ष का रूप कुछ नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने केलिए दे रहे है,ये आदर्श समाज के लिए उचित नहीं है, श्री दीक्षित ने कहा कि इस संबंध में मैंने श्री अनिल कुमार मिश्रा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था,जिसकी रिपोर्ट के अनुसार इस प्रकरण में क्षेत्रा धिकारी स्तर एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन की संदिग्ध भूमिका से इस घटना का राजनीतिक कर न हुआ है,वास्तव में दोनों ही पक्ष पीड़ित की श्रेणी में आते है,कोई कम तो कोई ज्यादा,में उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध कर रहा हूं, कि संदिग्ध भूमिका वाले पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करके और दोनों ही पक्षों को पूर्ण रूप से न्यायिक कानूनी संरक्षण एवं उचित आर्थिक सहायता प्रदान कर सामाजिक समरसता स्थापित कर अनुग्रहित करे ,

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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