
कासगंज नगर पालिका द्वारा दो दिन पूर्व अपने कार्यालय परिसर में एक बोर्ड लगाया गया है, जिसमें विभिन्न जनप्रतिनिधियों के नाम अंकित हैं। खेद के साथ अवगत कराना पड़ रहा है कि एटा-कासगंज के यशस्वी सांसद एवं लोकप्रिय जनप्रतिनिधि माननीय श्री देवेश शाक्य जी का नाम उक्त बोर्ड में सबसे नीचे अंकित किया गया है, जो न केवल प्रोटोकॉल के स्पष्ट उल्लंघन का मामला है, बल्कि सांसद पद की गरिमा और संवैधानिक पद की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुँचाता है।
यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी नगर पालिका द्वारा इसी प्रकार की गलती की गई थी, जिसकी हमने सार्वजनिक रूप से आपत्ति की थी और कुछ सम्मानित सभासदगण ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था। उस समय आपकी प्रशासनिक संवेदनशीलता के चलते वह बोर्ड तत्काल हटा लिया गया था।
किन्तु दुर्भाग्यवश, अब एक बार फिर से वही त्रुटि जानबूझकर दोहराई गई है, जो जनप्रतिनिधियों की गरिमा के प्रति अनादरपूर्ण मानसिकता को दर्शाती है।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि:
नगर पालिका कासगंज द्वारा लगाए गए बोर्ड में माननीय सांसद श्री देवेश शाक्य जी का नाम प्रोटोकॉल के अनुसार शीर्ष स्थान पर लिखा जाए।
संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि भविष्य में इस प्रकार की संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन न हो।
इस विषय में दोषी अधिकारियों पर औपचारिक चेतावनी या आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए, जिससे दोबारा ऐसी लापरवाही न हो।
हम आशा करते हैं कि आप इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे, जिससे जनप्रतिनिधियों के प्रति जनता का विश्वास और संविधान की मर्यादा दोनों सुरक्षित रह सकें।