
आगरा । ताजनगरी आगरा में खुद को मीडिया जगत से जुड़ा बताकर आरोपित ने ठेकेदार से दोस्ती की। बातों में फंसाकर दो कार किराए पर ले लीं। ठेकेदार के परिचित की पुलिस में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। 25 लाख रुपये नकद ले लिए। तकादा करने पर कार्यालय बुलाकर मारपीट की। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस आयुक्त के आदेश पर मलपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
धनौली, मलपुरा के आशीष पाराशर ने पुलिस को बताया कि ताजगंज के कहरई मोड़, रश्मि विहार का हिमेश वित्थरिया खुद को एक दैनिक अखबार का संपादक बताता था। पुलिस अधिकारियों में अपनी पैठ बताकर बातों में फंसाया। आशीष का सरकारी विभागों में गाड़ियां लगाने का काम है। हिमेश ने उनसे दो कारें किराए पर ले लीं। कुछ समय तक किराया देता रहा। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक का हवाला देकर 1.56 लाख का मोबाइल ले लिया। रकम थोड़ी-थोड़ी कर लौटाने का वादा किया। इसके बाद उसने पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। उन्होंने एक परिचित के बेटे की नौकरी लगवाने
कांट्रेक्टर से किराए पर दो कार लेकर हड़पने का आरोप, तकादे पर कार्यालय बुलाकर पीटा, पुलिस आयुक्त के आदेश पर कार्रवाई के लिए बात की। हिमेश ने बहाने से 25 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद आरोपित काफी समय तक झांसा देता रहा। जब उनके ऊपर दबाव बना तो हिमेश से तकादा किया। आरोपित ने आठ जनवरी, 2025 को अपने नेहरू एंक्लेव स्थित कार्यालय बुलाया। वहां आरोपित ने उनके ऊपर रिवाल्वर तान कर धमकाया। रुपये मांगने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। उसके बाडीगार्ड बंदूक धारी गजेंद्र और चालक रंजीत ने उन्हें पकड़ कर मारपीट की। उनके साथ आए साथियों ने उन्हें बचाया। आरोपित पूर्व में भी एक भाजपा नेता से इसी तरह ठगी के विवादों में फंस चुका है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड ने थाना मलपुरा को जांच के आदेश दिए। जांच के बाद हिमेश वित्थरिया, उसके बाडी गार्ड गजेंद्र और चालक रंजीत पर मुकदमा दर्ज किया गया है।