विधायी समाधिकार समिति का उद्देश्य संवैधानिक नियमों का अनुपालन कराना- सभापति

निर्माण परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास पट्टशिला पर जनप्रतिनिधियों का नाम अनिवार्य रुप से अंकित करायें
विधान सभा एवं विधान परिषद प्रतिनिधियों के प्रस्तावों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करें
प्रस्तावों पर कृत कार्यवाही से जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रुप से अवगत करायें अधिकारी
जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों से सम्बंधित लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता पर निस्तारित करायें
जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर सभी अधिकारियों के पास अनिवार्य रूप से रहे
सभापति ने अपूर्ण कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की ‘‘विधायी समाधिकार समिति’’ के सभापति डॉ0 मानसिंह यादव के सभापतित्व में सर्किट हाउस, प्रयागराज के सभागार में प्रयागराज मण्डल के जनपद प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर व प्रतापगढ़ के अधिकारियों के साथ जनपदवार समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में माननीय सभापति डॉ0 मानसिंह यादव के साथ समिति के सदस्य के रूप में सदस्य विधान परिषद श्रीमती रमा निरंजन एवं सदस्य विधान परिषद ओम प्रकाश सिंह उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सभापति डॉ0 मानसिंह यादव ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि विधायी समाधिकार समिति का उद्देश्य संवैधानिक नियमों का अनुपालन कराना हैं। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विधान सभा एवं विधान परिषद के जनप्रतिनिधियों द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रस्तावों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा के भीतर पूर्ण करायें, इसके साथ ही अधिकारी सम्बन्धित प्रस्तावों पर की गयी कार्यवाही से जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रुप से अवगत करायें। प्रगतिरत निर्माण कार्याे को समय सीमा के भीतर पूर्ण कराते हुये निर्माणाधीन परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करायें। उन्होने लक्षित निर्माण सम्बन्धी परियोजनाओं की पूर्ति के पश्चात लोकार्पण के समय पट्टशिला पर जनप्रतिनिधियों के नाम अनिवार्य रुप से अंकित करायें जाने के लिए कहा। इसके साथ ही साथ सभापति महोदय ने कहा कि जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर सभी अधिकारियों के पास अनिवार्य रूप से रहे।
बैठक में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की ‘‘विधायी समाधिकार समिति’’ के सभापति एवं अन्य सदस्यों ने प्रयागराज मण्डल के प्रशासनिक अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि समितियां लघु सदन के रुप में कार्य करती हैं, जिनका उद्देश्य संविधान में प्रदत्त नियमों का धरातल पर अनुपालन सुनिश्चित कराना हैं। विधान सभा और विधान परिषद दोनों में समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जो विधायिका के कामकाज को सुचारु रुप से चलाने, विधायी कार्यों की समीक्षा करने और सरकार की नीतियों पर निगरानी रखने में सहायता करती हैं।
बैठक में सम्बंधित जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सभापति महोदय एवं समिति के अन्य सदस्यों के समक्ष अपने-अपने जनपदों के राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, सूचना विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, चिकित्सा विभाग, आबकारी विभाग, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग तथा सिंचाई विभाग में उत्तर प्रदेश विधान सभा एवं उत्तर प्रदेश विधान परिषद के जनप्रतिनिधिगणों द्वारा विगत 03 वर्षाे में प्रस्तुत प्रस्तावों/आवेदनों की अनुपालन आख्या से अवगत कराया गया। सभापति महोदय ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2023-24 के जो भी कार्य किसी कारणवश अभी पूर्ण नहीं हो पाये है, उनको शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी प्रयागराज रविन्द्र कुमार माँदड़ ‘‘विधायी समाधिकार समिति’’ के सभापति व समिति के अन्य सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आज की बैठक में आप सभी के द्वारा जो भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है, उनका अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
बैठक में जिलाधिकारी प्रयागराज रविन्द्र कुमार माँदड़ सहित मण्डल के अन्य जनपदों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
राम आसरे