शासन प्रशासन की लापरवाही के कारण अनेकों तालाब और जलाशय विलुप्त होने की कगार पर

यह बिलकुल सच है कि शासन प्रशासन की लापरवाही के कारण अनेकों तालाब और जलाशय विलुप्त होने की कगार पर हैं ।बिल्लुप्त हो रहे तालाब हमारे पर्यावरण के लिए एक गंभीर समस्या बनते जा रहे हैं। तालाबों का महत्व न केवल जलवर्धन के लिए है, बल्कि ये जलचरों और अन्य जीवों के लिए भी जीवनदायिनी होते हैं। इनका संरक्षण न केवल जल के संग्रहण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि बायोडायवर्सिटी और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।

जब तालाबों का पानी सूखता है या उनका अस्तित्व समाप्त होता है, तो इससे जल स्तर में कमी, जलस्रोतों की कमी, और कृषि पर प्रतिकूल असर पड़ता है। साथ ही, तालाबों के खत्म होने से स्थानीय लोगों की पानी की आपूर्ति, मछली पालन, और जल आधारित कृषि पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इसके समाधान के लिए तालाबों की सफाई, पुनर्निर्माण, और संरक्षण के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। सरकार और समाज को मिलकर इन जलस्रोतों की महत्ता को समझना और उनके संरक्षण के लिए योजना बनानी चाहिए।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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