
एटा,जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी डा0 नागेन्द्र नारायण मिश्र ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0अनिल कुमार को बताया है कि जनपद में संचालित समस्त गौ-आश्रय स्थलों पर किसी भी प्रकार से कोई धटना तथा दुर्घटना न हो, उन्होंने कहा कि यह आपका दायित्व है कि किसी भी दशा में गौ-आश्रय स्थलों पर कुप्रबन्ध न हो,समुचित चाक-चौबन्द व्यवस्था होना अनिवार्य है। गौवंशों के खाने- पीने स्वास्थ्य से लेकर सुरक्षा का उत्तम प्रबन्ध कियाजाए, यह कार्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। कार्य में किसी भी प्रकार लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दास्त नहीं की जाएगी,यदि किसी भी कारणवश किसी भी गोवंश की मृत्यु होती है तो उसके शव को सम्मानजनक तरीके से निष्पदन किया जाएगा। यदि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती जाए तो संबंधित के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाए। शासनादेश के अनुसार इस हेतु संबंधित पशु चिकित्साधिकारी को उत्तरदायी माना गया है।
उन्होंने कहा कि गौ-आश्रय स्थलों के रख-रखाव का उत्तरदायित्व खण्ड विकास अधिकारियों का भी है,इस कार्य मे किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही उद्घाटित होती या संज्ञान में लाया जाता है, तो खण्ड विकास अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी