
लखनऊ में भाजपा कार्यालय के बाहर एक और महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया
उत्तर प्रदेश में महिलाओं की क्या स्थिति है ये बात अब किसी से छिपी नही है, इंसाफ की मांग को लेकर ये लखनऊ विधानसभा के सामने किसी महिला द्वारा आत्मदाह की ये दूसरी घटना है, उत्तर प्रदेश में महिलाओं-बेटियों का बुरा हाल है। रोजाना गैंगरेप, हत्या, छेड़छाड़ जैसी घटनाएं घट रही हैं।
बेटियाँ न्याय के लिए दर दर भटक रही हैं। कानून उनका रक्षक बनकर नहीं उल्टे उनके खिलाफ खड़े होकर उनका विरोध करता नजर आ रहा है। हाथरस में एक बड़ी कानूनी लापरवाही से एक बेटी इस दुनिया से चली गई। बाद में उसे न्याय देने की वजह उसको गलत ठहराने के लिए कानून खड़ा हो गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी लखनऊ में भाजपा दफ्तर के गेट पर एक महिला ने खुद को आग लगा ली, बताया जा रहा है कि फरियादी महिला बहुत परेशान थी। कानूनी मदद ना मिलने की वजह से उसने यह कदम उठाया।
अब सवाल उठता है कि क्या उत्तर प्रदेश की बेटियों को प्रदेश के जनपदों में न्याय नहीं मिलेगा, क्या सभी को लखनऊ आकर विधानसभा या भाजपा कार्यालय के सामने ऐसे घृणित कदम उठाने होंगे, क्या उत्तर प्रदेश की सोती सरकार को जगाने के लिए बेटियों को खुद की जान की बाजी लगानी पड़ेगी, खबरों के मुताबिक लखनऊ भाजपा दफ्तर के पास आत्मदाह करने वाली महिला काफी गंभीर है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं आज गोंडा में तीन दलित बहनों पर सोते वक्त तेजाब डाल दिया गया। कहीं गैंगरेप कहीं आत्मदाह हर जगह बेटियों पर आफत बनी हुई हैं ।