माता पिता से मिली प्रेणना और आशीर्वाद से मुझे आज आईपीएस बनने का गौरव प्राप्त

*माता पिता से मिली प्रेणना और आशीर्वाद से मुझे आज आईपीएस बनने का गौरव प्राप्त हुआ।* *(आदित्य वर्मा आईपीएस)* कहावत है *होनहार बिरवान के होत चीकने पात,* *पत्नी और बेटी से आइपीएस बैज लगवाकर दिया नई संस्क्रति को अंजाम।* ये कहावत अभी हाल ही में आईपीएस बने कासगंज में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य वर्मा पर शतप्रतिशत सटीक बैठती है, मुझे वर्मा जी के माता पिता से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था,उन्होंने जो प्यार और आशीर्वाद मुझे दिया उसे मैं पूरे जीवन नही भुला पाऊँगा,उनका सह्रदय होना,ही प्रतीक है कि आज उनका लाडला आईपीएस बना।आदित्य वर्मा ने पीपीएस बनने से पूर्व लगभग 7 अन्य विभागों में कार्य किया,जिनमे जेके कॉटन मिल,इलाहाबाद बैंक,sidbi मुंबई,idbi मुम्बई, इलाहाबाद बैंक कलकत्ता,ड्रेड टेक्स ऑफिसर,आदि सर्विस करने के उपरांत पीपीएस की डिग्री पास कर एटा जनपद के अलीगंज कोतवाली में अंदर ट्रेनिग रहते हुए पुलिस के कर्तव्यों उनके प्रति सजगता,जनता को न्याय दिलाने के बिंदुओं पर गहन अध्ययन कर अपनी ट्रेनिंग पूरी की। *जब मैंने वर्मा जी से पूंछा की आपने इन नौकरियों को क्यों छोड़ा,तो उन्होंने बहुत ही सहज भाव से बताया कि उन नौकरियों में मुझे रुतवा नजर नही आता था,पुलिस अधिकारियों को देखता था तो लगता था कि ये नौकरी रुतबेदार है, तभी मन बनाया और पीपीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर पुलिस सेवा में आया।* उसके बाद फिरोजाबाद जनपद में टुंडला के सीओ बने,सीओ इटावा,सहारनपुर,बागपत में रहकर अपनी कार्यप्रणाली को अंजाम देते रहे,पीएसी कानपुर सहायक सेनानायक,प्रमोशन के उपरांत अपरपुलिस अधीक्षक संभल मुरादाबाद, बाराबंकी पीएसी उप सेनानायक,मेरठ एसपी क्राइम,मथुरा एसपी ग्रामीण,सहारनपुर एसपी ग्रामीण,लखनऊ ए एसपी एसटीएफ, एटा पीएसी उप सेनानायक,बरेली एसपी क्राइम,मुजफ्फरनगर एसपी क्राइम और गोरखपुर में एसपी ट्रैफिक रहते हुए,जो उपलब्धियां प्राप्त की उससे उनको प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी जी का भी आशीर्वाद प्राप्त हुआ,वर्तमान में कासगंज जनपद में अपरपुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हए,अपनी कार्य प्रणाली से जनता को न्याय दिलाने में कार्यरत हैं, जैसे ही उनके आईपीएस सेवा में चयनित होने की खबर उनके अलावा उनके शुभचिंतकों को हुई उनको बधाई देने का तांता से लग गया।आईपीएस बने आदित्य वर्मा ने अपनी जीवन संगनी और अपनी बेटी से आईपीएस बैज लगवाकर नई संस्क्रति को अंजाम दिया,आईपीएस बनने के बाद जब उनसे मिला और उनको इस गरिमामयी पद की बधाई देते हुए पूंछा की इस पद तक पहुचाने का श्रेय आप किसको देना चाहते हैं तो उन्होंने भावविभोर होते हुए कहा,की आज मैं जहाँ पहुंचा हूं जिस पद पर हूँ इसमें मेरे माता पिता का आशीर्वाद है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने इस पद पर रहते हुए गरीब बेसहारा, परेशान जनता को हमेसा न्याय दिलाने के लिए दृढसंकल्पित रहूँगा। रिपोर्ट देवेंद्र शर्मा देवू।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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