
नई दिल्ली – हमारे देश में अद्यतन बुनियादी ढांचा का अपर्याप्त है शिक्षा का ,
सबसे ज्यादा सत्ता में रहने वाली कांग्रेस ने शिक्षा की इच्छा का कैसे-कैसे अनादर किया , सरकार जनता के सर पर पत्थर भी रख दे उसको भी यहां की जनता स्वीकार कर लेती है , अज्ञानता में जनता कुछ बोल नहीं सकती है, और जब कुछ बोलती तो उसका कोई सुनने वाला नहीं है,
अमेरिका ने यह कहते हुए कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स वसूलता है ,इसलिए उसने भारत में चुनाव में भागीदारी संबंधित 21 करोड डॉलर राशि रोक दिया, अमेरिका को यह नहीं पता है कि भारत के लोग कितने बुद्धिजीवी हैं अगर सर पर पत्थर रख दिया जाए उसको भी अपना सौभाग्य मानते हैं ,अमेरिका को यह भी पता नहीं होगा कि हमारे देश की जनता नेताओं के लिए फैक्ट्री का काम करती है, जनता के टैक्स से देश के नेता मौज कर रहे हैं और जनता तबाह है , जनता के पैसे से नेताओं के बच्चे विदेश में पढ़ते हैं और जनता खुद अपने बच्चों को नहीं पढ़ा सकती हैं, क्योंकि हमारे देश के नेताओं को यह पता है कि जिस दिन भारत की जनता जागरुक हो जाएगी उस दिन सत्ता में बने रहना कठिन हो जाएगा ,
इसलिए कोई भी सरकार शिक्षा पर कभी ध्यान नहीं देती है ,