
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की कथित हत्या पर प्रेस काउंसिल ने लिया स्वत: संज्ञान, यूपी सरकार से मांगी रिपोर्ट
सीतापुर, 11 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक हिंदी दैनिक के संवाददाता राघवेंद्र बाजपेयी की कथित हत्या के मामले में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
भारतीय प्रेस परिषद की अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह मुख्य सचिव, गृह विभाग के सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट (सीतापुर) के माध्यम से मामले के सभी तथ्यों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
पत्रकारों की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने मीडिया की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का कहना है कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और पत्रकारों पर हमले या उनकी हत्या को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग
इस मामले को लेकर पत्रकार संगठनों और मीडिया समुदाय में भारी रोष है। विभिन्न पत्रकार संगठनों ने इस हत्या की सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की है ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश सरकार से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रदेश में कार्यरत पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
इस घटना के बाद सीतापुर, लखनऊ और कानपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में पत्रकार संगठनों ने प्रदर्शन किया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। पत्रकारों ने सरकार से मांग की है कि इस हत्याकांड की जांच पारदर्शी तरीके से हो और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाए जाएं।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है। पुलिस अधीक्षक सीतापुर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और सभी संभावित एंगल से जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी और मामले में निष्पक्ष जांच होगी।