
गिरिडीह:- समावेशी शिक्षा को बढावा देने एवं सामाजिक सेवा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से बनहत्ती स्थित स्कॉलर बी. एड. कॉलेज, गिरिडीह के प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं ने प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला के मार्गदर्शन में अजीडीह स्थित नेत्रहीन व मूक वधिर विधालय का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस दौरान प्रशिक्षुओं में काफी उत्साह देखने को मिला।
प्रशिक्षुओं ने वहाँ पहुँचकर नेत्रहीन व मूक वधिर बालकों से मिलकर उनके जीवन शैली एवं शिक्षा पद्धति से अवगत हुआ । इस दौरान मूक वधिर बालकों ने अपना वनाया हुआ पेंटिंग भी दिखाया। वहीं नेत्रहीन बालकों ने बाध्ययंत्रों पर स्वागत गान गाकर सबका मन मोह लिया। इस मौके पर प्राचार्या डॉ शालिनी खोवाला ने कहा कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को समाज के प्रति संवेदनशील बनाना है ताकि वे समाज के विकास में अपना योगदान दे सकें।
साथ ही उन विशिष्ट बालकों की नेत्रहीन और मूक बधिर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को समझना और उनकी शिक्षण विधियों के बारे में जानना और किन उपकरण के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करते है साथ ही इन बच्चों के साथ समय बिताकर उनके जीवन और चुनौतियों के बारे में जानना साथ ही बच्चों से मिलकर प्रेरणा लेना और उनके संघर्ष और सफलता की कहानियों से सीखना।प्रशिक्षु छात्रों ने भी इन बालकों के कौशलों से अवगत होकर काफी प्रसन्न थे। इस मौके पर समन्वयक डॉ संतोष कुमार चौधरी के साध डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ सुधांशु शेखर जमैयार, जय किशोर शाही व मनीष जैन मौजूद थे।