राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बेटियों के स्वास्थ्य, सामाजिक सुधार और जागरूकता पर दिया संदेश

महाकुंभ नगर, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज महाकुंभ के सेक्टर-23 में स्थित स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के शिविर का दौरा किया। यहां उन्होंने यज्ञशाला में आहुति अर्पित की और श्रद्धा पूर्वक भगवान श्रीराम की मूर्ति को नमन किया। इसके बाद, राज्यपाल ने प्रसिद्ध संत मुरारी बापू की राम कथा में सहभागिता की और उनकी कथा का श्रवण किया।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में राज्यपाल ने बेटियों के स्वास्थ्य और उनके सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बेटियों को कैंसर से बचाने के लिए एचपीवी वैक्सीन लगवाना हर परिवार की प्राथमिकता होनी चाहिए। यह कदम उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित जीवन प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीबी मुक्त भारत अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि देश का युवा टीबी मुक्त होगा, तो यह भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह लक्ष्य हम सबकी भागीदारी से ही संभव है।
राज्यपाल ने समाज में व्याप्त दहेज प्रथा और पारिवारिक विवादों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए समाज में जागरूकता लाना बेहद जरूरी है। परिवारों को बहुओं को अपनी बेटियों के समान मानना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री की स्वामित्व योजना की सराहना करते हुए बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति विवादों का त्वरित और न्यायपूर्ण समाधान किया जा रहा है।
राज्यपाल ने महिलाओं की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं। हमें उन्हें शिक्षित, सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियों का स्वस्थ जीवन न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज की शक्ति को बढ़ाता है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, भगवती सरस्वती जी, और लवकेश मुनि जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बेटियों के स्वास्थ्य, सामाजिक सुधार और जागरूकता पर दिया संदेश

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज महाकुंभ के सेक्टर-23 में स्थित स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के शिविर का दौरा किया। यहां उन्होंने यज्ञशाला में आहुति अर्पित की और श्रद्धा पूर्वक भगवान श्रीराम की मूर्ति को नमन किया। इसके बाद, राज्यपाल ने प्रसिद्ध संत मुरारी बापू की राम कथा में सहभागिता की और उनकी कथा का श्रवण किया।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में राज्यपाल ने बेटियों के स्वास्थ्य और उनके सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बेटियों को कैंसर से बचाने के लिए एचपीवी वैक्सीन लगवाना हर परिवार की प्राथमिकता होनी चाहिए। यह कदम उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित जीवन प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीबी मुक्त भारत अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि देश का युवा टीबी मुक्त होगा, तो यह भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह लक्ष्य हम सबकी भागीदारी से ही संभव है।
राज्यपाल ने समाज में व्याप्त दहेज प्रथा और पारिवारिक विवादों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए समाज में जागरूकता लाना बेहद जरूरी है। परिवारों को बहुओं को अपनी बेटियों के समान मानना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री की स्वामित्व योजना की सराहना करते हुए बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति विवादों का त्वरित और न्यायपूर्ण समाधान किया जा रहा है।
राज्यपाल ने महिलाओं की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं। हमें उन्हें शिक्षित, सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियों का स्वस्थ जीवन न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज की शक्ति को बढ़ाता है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, भगवती सरस्वती जी, और लवकेश मुनि जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
राम आसरे

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× अब ई पेपर यहाँ भी उपलब्ध है
अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks