देवरिया के शातिर बदमाश और गैंगेस्टर तार बाबू की संपत्ति पुलिस ने रविवार को कुर्क की

देवरिया के शातिर बदमाश और गैंगेस्टर तार बाबू की संपत्ति पुलिस ने रविवार को कुर्क की। जिलाधिकारी अमित किशोर के आदेश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। इस दौरान एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र खुद पुलिस फोर्स के साथ बनकटा के रूस्तमपुर बहियारी गांव में मुस्तैद रहे। एसपी ने बताया कि तस्करी करके तारबाबू ने करीब एक करोड़ की संपत्ति बनाई है जिसे जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने कुर्क किया है। एसडीएम भाटपाररानी को कुर्क की गई संपत्ति का रिसीवर नियुक्त किए गए हैं।

बनकटा थाना क्षेत्र के रूस्तम बहियारी गांव के रहने वाले तारबाबू यादव पुत्र रमाशंकर यादव पर करीब 34 मुकदमे दर्ज हैं। उसे पिछले दिनों पशु तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस समय वह जिला कारागार देवरिया में बंद है। पुलिस के अनुसार गिरोह बनाकर वह तस्करी समेत कई अपराधों में लिप्त रहा है। पिछले 12 वर्षो में उसने अपनी दहशत से एक करोड़ की संपत्ति बनाई है। पुलिस की रिकार्ड के अनुसार उसकी दहशत से कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं होता है। उसे एक राजनीतिक पार्टी का भी संरक्षण प्राप्त है।

जिसके चलते उसका हौसला दिन प्रतिदिन बढ़ता गया। वह भाटपारानी और बिहार के सिवान जिले का टाप मोस्ट तस्कर बन गया। कुछ वर्ष पूर्व तारबाबू ने भाटपाररानी के थानेदार पर भी फायरिंग की थी। इस घटना के बाद भी वह फरार हो गया था। उसके खिलाफ शराब तस्करी, पशु तस्करी, अवैध शस्त्र, हत्या, लूट जैसे गम्भीर अपराध के कुल 34 मुकदमे दर्ज हैं। 10 जुलाई 2020 में पशु तस्करी का मुकदमा दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया था जिसके बाद उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित हुआ था। इसके बाद 26 अगस्त को न्यायालय में उसने आत्म समर्पण कर दिया था।

गिरोहबंद अधिनियम के तहत हुई कुर्की

गिरफ्तारी के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने तारबाबू की पूरी कुण्डली खंगाली। उसके द्वारा अर्जित की गई भूमि और भवन का रिकार्ड एकत्र करने के बाद गिरोह बन्द अधिनियम की धारा 14(1) के अन्तर्गत जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति से कुर्की की कार्रवाई की गई। रविवार की दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. श्रीपति मिश्र भारी फोर्स के साथ बनकटा थाना क्षेत्र के रूस्तमपुर बहियारी गांव पहुंचे और कुर्की की कार्रवाई शुरू की। करीब तीन घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान उसका मकान और 11 भूखण्ड व प्लाट को कुर्क कर लिया। कुर्क की गई संपत्ति की कीमत करीब एक करोड़ बताई जा रही है। इस संपत्ति को कस्टोडियन तहसीलदार भाटपाररानी को बनाया गया है। पुलिस ने संपत्ति को कब्जा करते समय दुग्गी पिटवा कर उद्धघोषणा करा कर लोगों को जानकारी दी। इस दौरान एएसपी शिष्यपाल, एसडीएम ध्रुव शुक्ला, सीओ भाटपाररानी पंचमलाल यादव, थानेदार बनकटा गोपाल प्रसाद, एसओजी प्रभारी अनिल कुमार यादव समेत अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

थानेदार पर की थी फायरिंग

शराब तस्करी की सूचना पर वर्ष 2016 में छापेमारी करने पहुंचे भाटपाररानी के तत्कालीन थानेदार गजेन्द्र राय के ऊपर तार बाबू ने फायर झोंक दिया था। घटना की जानकारी होने पर कई थानों की पुलिस ने पूरी रात कांबिंग अभियान चलाया लेकिन तारबाबू फरार हो गया था। उस समय जिले के एसपी प्रभाकर चौधरी ने बदमाश के विरुद्ध अभियान चलाया था।

पेशी से लौटते समय पहुंच गया था घर

तार बाबू कुछ माह पूर्व कानपुर जेल में बंद था। वहां से पेशी के लिए जिला न्यायालय देवरिया आ रहा था। वह रात में कानपुर पुलिस के साथ अपने गांव रूस्तमपुर बहियारी पहुंच गया। इसी बीच सूचना पर एसपी ने छापेमारी कराया तो तार बाबू गन्ने के खेत में भाग गया, लेकिन उसके साथ कानपुर से आए पुलिस कर्मी पकड़ लिए गए। एसपी ने इसकी शिकायत कानपुर के अधिकारियों से की थी।

इन थानों में तार बाबू पर दर्ज है मुकदमा

जिले के शातिर बदमाश तार बाबू के विरुद्ध जिले के तीन दो सर्किल सलेमपुर और भाटपाररानी के तीन थानो में 34 मुकदमा दर्ज है। जिसमें सबसे अधिक बनकटा थाने में 19 मुकदमा दर्ज है। वहीं भाटपाररानी में 9 और सलेमपुर कोतवाली में 6 मुकदमा दर्ज है। गैंगेस्टर तार बाबू यादव के विरूद्ध शराब तस्करी, पशु तस्करी, अवैध शस्त्र, हत्या, लूट, गैंगेस्टर समेत 34 मुकदमा दर्ज है।

एसपी देवरिया- डॉ.श्रीपति मिश्र, ने बताया की शातिर बदमाश तार बाबू ने अपराध से काफी सम्पत्ति अर्जित किया था। बदमाश की नामी और बेनामी कुल 12 समम्ति को कुर्क किया गया है। जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रूपये है। जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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