मऊगंज जिले के लौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत सीतापुर में जिला बदर अपराधी का खुलेआम घूमना न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर भी गंभीर चिंताएं उत्पन्न करता है।अपराधी लड़कियों से छेड़छाड़ और हिस्सेदारी मांगने जैसे गंभीर आरोप हैं। यह अपराधी जिला बदर होने के बावजूद सीतापुर में निर्विरोध घूम रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधी किसी भी दिन कोई बड़ा अपराध कर सकता है। (एसआई) अपराधी की उपस्थिति से पूरी तरह अवगत हैं, फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय सूत्रों का दावा है कि पुलिस की निष्क्रियता के पीछे भ्रष्टाचार और अपराधी से मिलीभगत हो सकती है। जब भी पुलिस अपराधी को पकड़ने की योजना बनाती है, उसकी लोकेशन और हरकतों की जानकारी पहले ही लीक हो जाती है। जिला बदर का आदेश कानून का एक गंभीर हिस्सा है इस मामले में, अपराधी का खुलेआम घूमना प्रशासनिक विफलता का प्रतीक है। ग्राम पंचायत सीतापुर के लोग इस स्थिति से डरे और सहमे हुए हैं। स्थानीय निवासी सवाल कर रहे हैं कि अगर इस अपराधी ने कोई बड़ा अपराध किया, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? यह भी कहा जा रहा है कि अपराधी के पुलिस के साथ सांठगांठ होने के कारण वह अब तक गिरफ्तारी से बचा हुआ है। क्या लौर थाना प्रभारी (एसआई) पर कोई कार्रवाई होगी? जिला बदर अपराधी के खुलेआम घूमने की जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या प्रशासन इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगा, या इसे अनदेखा कर देगा? जिला बदर अपराधी को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस प्रशासन के उन अधिकारियों की जांच हो, जो इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय पुलिस की जवाबदेही तय की जाए।