खीरी के इतिहास के पन्नों में हमेशा याद रहेगा वर्ष-24 का लखीमपुर महोत्सव।

डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल की पहल पर हुआ “तराई की मिट्टी” का उत्सव हमेशा लोगों के दिलों में रहेगा जीवंत

वर्ष 2024 में खीरी को मिली वायुयान सेवा की सौगात, नई उड़ान की स्मृतियां जिले को देंगी हमेशा नया आयाम

छोटी काशी कॉरिडोर का निर्माण आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं को देगा नया अहसास

खीरी को स्वास्थ्य सेवाओं से मिली नई पहचान, आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज के छात्र विदेशों में लखीमपुर का रौशन करेंगे नाम

लखीमपुर खीरी, 29 दिसंबर:

दिन पर दिन बदल रहा, करिए नेक विचार।
जो बीता वह सीख है, आने वाला सुधार।”

ये चंद पंक्तियां बीतते हुए साल-2024 पर बिलकुल सटीक बैठती हैं, ये सिर्फ पंक्तियां नहीं है बल्कि वर्ष 2024 की खट्टी मिठी यादों का एक झरोखा है, जिसने हम सभी को पूरे साल नये अनुभव और खोज से रूबरू कराया है। हर साल की तरह इस बार भी वर्ष 2024 मुट्टी से फिसलती हुई रेत की तरह हम सभी से अलविदा लेने को बेकरार है। भले ही वर्ष 2024 हम सभी से दूर हो रहा है, लेकिन यह हमारी स्मृतियों में सदैव जिंदादिली का अहसास कराएगा। वर्ष 2024 में जिला लखीमपुर खीरी ने जहां एक ओर तेज-तर्रार जिलाधिकारी के रूप में दुर्गाशक्ति नागपाल की उपलब्धियों को देखा तो वहीं पहली बार अनूठी पहल पर हुए लखीमपुर महोत्सव-24 इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। चाहे नवरात्र में 1100 कन्याओं का एक साथ कन्या पूजन हो या फिर बाढ़ में लोगों की मदद को हर पल उनके साथ खड़ीं जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल की सेवा के प्रति निष्ठा हो। इन सभी उपलब्धियों को वर्ष 2024 ने अपने शांत स्वभाव से निहारा और दिलों में यादों का गुलदस्ता समेटे हुए अलविदा लेने जा रहा है। आइये ऐसी ही कुछ उपलब्धियों से हम आप सभी को रूबरू कराने जा रहे हैं
सर्किट फेस्ट की परिकल्पना हुई साकार, पहली बार हुआ लखीमपुर महोत्सव का आयोजन
सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप लखीमपुर खीरी की सांस्कृतिक, प्राकृतिक, ऐतिहासिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अनूठी पहल पर पहली बार “लखीमपुर महोत्सव-24” का भव्य आयोजन किया गया। प्रदेश में एक ही स्थान पर महोत्सव आयोजन कराने की परंपरा से हटकर सर्किट फेस्ट की परिकल्पना को साकार किया गया। महोत्सव के चार दिनों में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, लखीमपुर, कोटवारा, छोटी काशी गोला और ओयल में भव्य आयोजन हुए। लखीमपुर महोत्सव-24 को “तराई की मिट्टी का उत्सव” की थीम पर धरातल पर उतारा गया।

खीरी के जिला प्रशासन ने रचा इतिहास, 1100 कन्याओं का एक साथ पूजन

जिला मुख्यालय का मंडी समिति दुर्गाष्टमी के पावन अवसर पर ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी बना। खीरी की धरा पर एक इतिहास रचा गया। सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अभिनव पहल पर बड़े कन्या पूजन ‘शक्ति वंदन’ समारोह आयोजित किया गया। इसमें जिले के परिषदीय विद्यालयों की 1100 बेटियों का कन्या पूजन किया गया। साथ ही उन्हें उपयोगी उपहारो का बैग (बैग, टिफिन, बोतल, स्टील की प्लेट व दीवार घड़ी, एनीमिया चार्ट) भी प्रदान किए गए।

लखनऊ से दुधवा पर्यटक वायुयान सेवा की सौगात, टूरिज़्म को मिल रही नई उड़ान
इसवर्ष 25 नवंबर को जिले के इतिहास में महत्वपूर्ण अध्याय तब जुड़ गया, जब पलिया के मुजहा गांव में 1996 में बनी हवाई पट्टी के जरिए लखनऊ से दुधवा के बीच पर्यटक वायुयान सेवा शुरू हुई। मा.पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह व मा. वन मंत्री डॉ अरुण सक्सेना ने वायुयान से खीरी पहुंचकर दी सौगात। इससे दुधवा नेशनल पार्क के पर्यटन को निश्चित रूप से नई उड़ान मिलेगी।
गोला छोटी काशी कॉरिडोर का काम शुरू, धनराशि अवमुक्त
69.15 करोड़ धनराशि से गोला शिव मंदिर (छोटी काशी) कॉरिडोर का पर्यटन विकास का काम शुरू। कॉरिडोर निर्माण से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों के आर्थिक सामाजिक स्तर में बढ़ोतरी होगी। जिले में स्थित दो प्रसिद्ध शिव मंदिरों का पर्यटन विकास कार्य रु.181.52 लाख से पूरा। जनपद में स्थित 05 अन्य प्रमुख मंदिरों का पर्यटन विकास कार्य रु. 645.57 लाख से कराया जा रहा है। जनपद में स्थित प्रमुख गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट का पर्यटन विकास कार्य रु. 144.02 लाख से कराया जा रहा है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा खीरी जिले में बटी बाढ़ प्रभावितों को 71.49 करोड़ की राहत राशि

जनपद खीरी में बाढ़ प्रभावित कुल क्षे0 -33,181.883 हे. के लिए एक लाख दस हजार 627 लाभार्थियों को धनराशि 71 करोड़ 49 लाख 83 हजार 816 देकर लाभान्वित किया गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। बाढ़ से तबाह हुई धान की फसल के लिए 46,520 प्रभावित किसानों के खातों में रु. 25, 36,28,473 धनराशि भेजी गई। बाढ़ से प्रभावित गन्ना / बारहमासी फसले के लिए 62827 किसानों के खातों में रु. 44, 47,14,791 धनराशि भेजी गई। किसान के खेत से रेत/ गाद हटाने के लिए 335 किसानों के खातो में रु. 34,28,541 की धनराशि भेजी गई। नदी कटान से प्रभावित 945 लाभार्थियों को धनराशि 1,32,12,011 भेजी गई।

सेतु से खुलें समृद्धि के द्वार, छाउछ, एलआरपी, राजापुर चौराहा-रेलवे क्रासिंग पर फ्लाईओवर परियोजना साकार
जिले में ₹297 करोड़ से राष्ट्रीयराजमार्ग-730 पर जिले के छाउछ, एलआरपी, राजापुर चौराहा-रेलवे क्रासिंग पर फ्लाईओवर (कुल लम्बाई 3.80 किमी) की सेतु की परियोजनाएं साकार होने से समृद्धि के द्वार खुल गए हैं
खीरी के मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई डाक्टरी की पढ़ाई
इस वर्ष जिले में देवकली स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में न केवल डाक्टरी की पढ़ाई को 100 सीटे मिली बल्कि मेडिकल कालेज में डाक्टरी की पढ़ाई शुरू हो गई।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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