‘ये बाबर की औलादें’, सीएम योगी के बयान पर भड़कीं अखिलेश की सांसद इकरा हसन देश में अलग-अलग जगहों पर मस्जिदों के सर्वे को लेकर डाली जा रही याचिका और आदेशों को समाजवादी पार्टी की नेता और कैराना से सांसद इकरा हसन गलत मानती हैं.उन्होंने इस मुद्दे पर पहली बार खुलकर अपनी बात कही है.
मशहूर वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के यूट्यूब शो में बातचीत के दौरान इकरा हसन ने कहा कि चाहे मंदिर हो या मस्जिद हो जब हम कैरेक्टर चेंज नहीं कर सकते लेकिन सर्वे को लेकर चीजें फैलाई जाती हैं तो चीजें गलत जाती हैं. आज कल के जैसे हालात हैं उसमें इन चीजों से हिंसा फैलने लगेगी, जिनके पास इंप्लीमेंटेशन अथॉरिटी है उनका संवेदनशील होना जरूरी है.
‘ब्यूरोक्रेसी में तैनात अफसरों को आगे आना होगा’
इकरा हसन ने बातचीत में आगे कहा कि राजनीतिक लोगों से हम ऐसा उम्मीद नहीं कर सकते क्योंकि वे अपने एजेंडे से आते हैं, लेकिन ब्यूरोक्रेसी में तैनात अफसरों को इसमें आगे आना होगा. जो हिस्टॉरिकल गलतियां हैं, उसे सही करना सही नहीं है. एक पार्टी ऐसा परसेप्शन बना रही है.
‘हिस्टॉरिकल सवाल उठाने का कोई जवाब नहीं’
इकरा हसन ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए कहा कि सीएम योगी ने हाल ही में कहा कि ये बाबर की औलादें हैं… मैं इसका जवाब यही दूंगी कि उस टाइम लोकतंत्र नहीं था, सब राज करते थे और उसी हिसाब से व्यवस्था चलती थी, लेकिन अब लोकतंत्र है और हम कानून के जरिये चल रहे हैं. ऐसे में अब हिस्टॉरिकल सवाल उठाएंगे तो इसका कोई जवाब नहीं है. उस खुदाई का भी कोई अंत नहीं है… क्योंकि आप कहां से क्या क्या खोद कर निकाल देंगे.
‘जूडिशियरी को इस विवाद पर फुल स्टॉप लगाने की जरूरत’
उन्होंने आगे कहा कि हम मौजूदा हालात पर ही चर्चा करें, पिछले राजाओं ने क्या किया, उस पर नहीं जाना चाहिए. आजकल सर्वे के जरिये हिस्टॉरिकल गलतियों को सही करने की कोशिश की जा रही है. इस पर जूडिशियरी एक फुल स्टॉप लगा दे तो सब सही हो जाएगा.