
जलेसर (एटा)। हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पुराना वीडियो वायरल हुआ है, जिसे लेकर जलेसर क्षेत्र में चर्चा गरम हो गई है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो सर्दियों के मौसम का है और काफी पुराना है। वीडियो में कुछ लोग ऐसी हरकतें करते हुए नजर आ रहे हैं, जिन्हें खुराफात का प्रमाण माना जा रहा है।
वीडियो के साथ एक तस्वीर भी प्रसारित हो रही है, जिसमें नजर आने वाले व्यक्ति को जलेसर के विधायक के साथ चुनाव प्रचार करते हुए देखा गया था। यह तस्वीर विधायक के पिछले चुनाव प्रचार अभियान की है। हालांकि, इसे मौजूदा घटनाक्रम से जोड़कर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।
वायरल वीडियो की सच्चाई
जांच से पता चला है कि यह वीडियो किसी हालिया घटना का नहीं है, बल्कि इसे पुराने समय का बताया जा रहा है। इसे केवल अफवाह फैलाने और लोगों को गुमराह करने के इरादे से वायरल किया गया है।
सतर्कता की अपील
स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने जनता से अपील की है कि ऐसे वीडियो और तस्वीरों को बिना पुष्टि के साझा न करें। इससे समाज में भ्रम और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
सोशल मीडिया का जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग जरूरी
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले तत्व सक्रिय हैं, जो क्षेत्र में शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही विश्वास करना चाहिए।जलेसर का यह मामला एक बार फिर से यह दर्शाता है कि कैसे पुराने वीडियो और तस्वीरों का दुरुपयोग किया जा सकता है। जनता को चाहिए कि वे सोशल मीडिया पर साझा होने वाली हर जानकारी को सतर्कता से जांचें और किसी भी तरह की अफवाह या गलत जानकारी का हिस्सा न बनें।
- टीम जलेसर न्यूज़