
कोरोना काल में हर विभाग संकट के दौर से गुजर रहा है। बिजली विभाग के हाल तो कुछ ज्यादा खराब है। एक तरफ बेहतर बिजली देने के आदेश, वहीं भारी भरकम रेवन्यू का टारगेट पूरा करने में हालत खराब हो रही है। अगस्त में पावर कारपोरेशन ने मुरादाबाद सर्किल का रेवन्यू लक्ष्य 60 करोड़ तय किया, लेकिन पंद्रह दिन में महाभियान और रूटीन चेकिंग के बाद भी आंकड़ा 18 करोड़ तक ही पहुंच पाया है। इस महीने में छह दिन बाकी है ऐसे में अब अफसरों ने बड़े बकाएदारों सरकारी, प्राइवेट सब पर कार्रवाई का फैसला लिया है।
पावर कारपोरेशन के निर्देश पर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम एमडी ने हर जिले का रेवन्यू तय किया। मुरादाबाद सर्किल का लक्ष्य 60 करोड़ तय हुआ जिसके बाद अफसरों ने मार्निंग रेड और महाडिस्कनेक्शन चलवाकर तबाड़तोड़ कार्रवाई कर बकाएदारों से वसूली शुरू करवाई। इस काम में पुलिस बल का भी भरपूर सहयोग मिला,बावजूद इसके पंद्रह दिन के बाद जब पूरे सर्किल के राजस्व पर नजर डाली तो यह टारगेट के आसपास भी नहीं है। 60करोड़ के सापेक्ष अब तक 18 करोड़ रूपए ही विभाग वसूल पाए हैं।
सर्किल में डिवीजन वार वसूली में डिवीजन वन अब तक छह करोड़ 30 लाख राजस्व वसूली कर चुका है तो वहीं डिवीजन टू पांच करोड़ 87 लाख रुपए और डिवीजन तीन में पांच करोड़ 45 लाख ही वसूले जा सके हैं। अधीक्षण अभियंता (नगर) दीपक कुमार सिंह ने कहा कि मिले टारगेट के सापेक्ष अधिक से अधिक वसूली को टीमों को निर्देश दिए गए हैं।