पत्रकार को समाचार कवरेज करने के दौरान मिली विद्युत विभाग द्वारा जेल भेजवाने एवं मानहानि का मुकदमा करने की धमकी।*
*वाराणसी में विद्युत विभाग के लापरवाह अधिकारियों का नया कारनामा आया सामने*।
*पत्रकार के आवेदन पर भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने लिया संज्ञान में कहां भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आय के स्रोतों एवं अकूत संपत्ति की कराई जाएगी जांच*।
नई दिल्ली।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय से जारी बयान में भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहा कि वाराणसी के पत्रकार की शिकायत पर भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने मामले को गंभीरता से लिया।
विद्युत विभाग के अधिकारियों के द्वारा मिली धमकी के संदर्भ में प्रेस काउंसिल आफ इंडिया को भी शिकायत की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 अक्टूबर को वाराणसी के कज्जाकपुरा विद्युत विभाग में बुनकरों की समस्या को लेकर पत्रकार के द्वारा ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान जिसमें मुहम्मद खलील नामक बुजुर्ग ने बताया कि कई महीने से 2023 के शासनादेश के द्वारा 1 H p का 1720 रुपया जमा करते थे अक्टूबर में उनके ऊपर 7300 का जुर्माना लगाया गया एक महिला थी जिसके ऊपर 8000 का जुर्माना लगाया गया था ऐसे ही कई लोग विद्युत विभाग में बिजली के बिल जमा करने गए थे सभी के ऊपर अधिक जुर्माना लगा था जिसको लेकर सभी ने देखा कि आज विभाग में पत्रकार आए हुए हैं उन सभी ने अपनी पीड़ा बताई सदा एं न्यूज़ ब्यूरो चीफ़ मकबूल वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगे।
उसके बाद विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता ने सदा ए न्यूज़ ब्यूरो चीफ़ मकबूल अहमद को अपने कमरे में बुलाकर धमकाया विद्युत विभाग के XCN और अधिशासी अभियंता का कहना है कि आप किसी भी सरकारी प्रॉपर्टी में घुसकर कवरेज नहीं कर सकते यह गैर कानूनी है पहले ब्यूरो चीफ़ मकबूल अहमद का फोटो खींचा फिर उनकी वीडियो बनाई उनके आईडी की वीडियो बनाई विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता का कहना है कि मैं आपके खिलाफ जैतपुरा थाना में दरखास्त दूंगा और लिखूंगा की आप बुनकरों को भ्रमित करके उनका वीडियो बना रहे थे बिना अनुमति वीडियो बना रहे थे सरकारी काम में बाधा डाल रहे थे xcn ने कहा कि आपके खिलाफ मानहानि का मुकदमा हो सकता है कानून आपको मालूम नहीं है ।
इस घटना से मर्माहत पत्रकार ने मीडिया संगठन के लोगों को अवगत कराया।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संपत्ति की जांच कराई जाएगी । उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों का पर्दाफाश होगा जब उनके भ्रष्टाचार का खुलासा होता है तो यह सरकारी काम में बाधा डालने का हवाला देकर पत्रकारों के काम में बाधा डालने की नाकाम कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा न्यायालय के समक्ष संगठन भी अपील करके नोटिस जारी कराएंगी।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण मीडिया जगत को ऐसे भ्रष्टाचारियों के पिछे लगा दिया जाएगा जो सरकार के खजाने को लूट रहे हैं और जनता के खून को चूस रहे हैं।
उन्होंने वाराणसी जिले सहित उत्तर प्रदेश के मीडिया अधिकारियों एवं पदाधिकारियों पत्रकार बंधुओ एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं से पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ जोरदार आवाज उठाने की अपील की हैं ।
उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया फाउंडेशन पत्रकारों के कल्याण के लिए ज्ञापन देने का अभियान 21 अक्टूबर से संपूर्ण भारतवर्ष में चला रही है 23 अक्टूबर को वाराणसी जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा इसमें पीड़ित पत्रकार के मुद्दे को शामिल किया जाएगा।