
प्रोफेसर डॉ दया नन्द तिवारी जी, महाराष्ट्र के अयोध्या आगमन पर भगवान श्री राम जी के चरणों का रज लेने के पश्चात अयोध्या के बीकानेर वाला के होटल पर श्री लाल जी शर्मा जी संस्थापक /राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ एक मीटिंग हुई जिसमे कई पहलुओं पर चर्चा हुई जो निम्न है…
1.हर स्वजातीय सरस्वती पुत्र है परन्तु एक दूसरे को महत्व न देकर स्वयं अपने को सामने वाले से काबिल समझकर अपने को आका बताता है और हर स्वजातीय को अपने सामने बौना मानता है!
2.श्री तिवारी जी का अंग वस्त्रम से श्री लाल जी शर्मा
भट्ट जी द्वारा सम्मान किया गया!
3.संस्थापक जी के द्वारा फूल माला सम्मान किया जो क्रमवार
श्री शिव शर्मा भट्ट जी,
श्री सुरेन्द्र भट्ट जी
व मै स्वयं
दिनेश शर्मा भट्ट
ने माला पहनाकर सम्मान किया गया!
4.कुल देवी माँ सरस्वती जी का छवि देकर प्रोफेसर सर का सम्मान किया गया!
5.सबसे बड़ा सम्मान डाक्टर साहब जी के धर्म पत्नी व उनके प्यारी नातिन का फूलो के गुलदस्ते देकर सम्मान किया गया!
6.इस यादगार पलो की साछी सरयू तट जनता व पूरी अयोध्या निहारती रही!
7.प्रोफ़ेसर सर जी द्वारा वादा किया गया कि कुछ दिन के बाद माँ सरस्वती जी मन्दिर का दर्शन करूँगा व एक बड़ी मीटिंग मे सिरकत करते हुए अपने भावनावो से सभी को ओत प्रोत करूँगा!
अखिल भारतीय भट्ट शक्ति पुंज परिवार का एक एक सदस्य धन्य हुवा प्रोफेसर डाक्टर दयानन्द तिवारी भट्ट सपरिवार को धन्यवाद
अर्पित करता है और आशा करता है कि भविष्य मे पुनः आगमन पर सम्मान मे जो भी कमी रही है श्री लाल जी के नेतृत्व मे पूरा किया जायेगा!
पंडित दिनेश शर्मा भट्ट
राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष