
सी ओ सिटी ने लॉकडाउन के दौरान चैकिंग में पकडा फर्जी प्रेस वाइक सवार
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एटा ! आज मंगलवार को लॉकडाउन और साथ में बाजार की साप्ताहिक बन्दी के दौरान सीओ सिटी राजकुमार सिंह ने अपने जीटी रोड स्थिति कार्यालय के सामने से गुजर रहे प्रेस की पट्टी लगाऐ एक वाइक सवार को अचानक रोककर उससे अनायास ही पूछा कि भाई किस प्रेस से पत्रकार हो ! इस दौरान सीओ सिटी के साथ महिला थाना प्रभारी श्रीमती कचंन कटियार मय हमराह भी लॉक डाउन के चलते अपनी ड्युटी पर मुस्तैद थी ! वाइक सवार सीओ सिटी द्वारा पूछे गऐ सवाल पर बगलें झांकता हुआ बोला कि वह प्रिटिगं प्रेस का कर्मचारी है ! लॉक डाउन और इधर साप्ताहिक बन्दी शहर के सभी बाजार पूर्णतः बन्द, फिर अनावश्यक मौज मस्ती करने के लिए यह सोचकर प्रिटिगं प्रेस कर्मचारी अनावश्यक निकल पडा कि वाइक पर प्रेस लिखा है, भला पुलिस की क्या मझाल कि उसकी वाइक को रोके ! पुलिस वाले तो यह समझेगें कि कोई पत्रकार होगा जो समाचार सकंलन हेतु इधर उधर विचरण कर रहा है ! लेकिन वह यह नहीं समझ पाया कि उस पर सिपाही व दरोगा की नजर न पडके आज जगंल में मगंल करते हुए सीओ सिटी राजकुमार सिंह की नजर पड जाएगी और उसे शेर की खाल उतारकर भेडिऐ के असली रूप में दर्शन करा दिऐ जाऐगें! हुआ भी यही जब पुलिस के सामने उसकी कलई खुली कि यह पत्रकार न होकर प्रेस की पट्टी वाइक पर लगाकर अपना भ्रम पाले हुऐ है तो फिर अनावश्यक घूमने के लिए उसको जलील करके यह हिदायत देकर कि वह इस तरह फर्जी पत्रकारिता का प्रयोग करना गैरकानूनी है, छौड दिया गया ! जनपद के पत्रकारों ने फर्जी तरीके से बहरूपिया बनकर पत्रकार बनने का भ्रम पालने वालों को सबक सिखाने के लिए सी ओ सिटी राजकुमार सिंह को बधाई दी है ! क्योंकि कुछ ऐसे कथित लोग जिनका प्रिटं व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से कोई लेना देना नही है लेकिन ऐसे सिरफिरे लोग वाइकों व फोर व्हीलर्स पर प्रेस व मीडिया लिखकर अवैध कार्यो को अंजाम देते हुए प्रशासन की आखों मे धूल झोकंकर पत्रकारिता के मिशन पर बदनुमा दाग लगा रहे हैं, जिसको रोकने के लिए स्वंय पारदर्शिता बरतते हुऐ पत्रकारो व पत्रकार सगंठनों को एकजुट होकर कदम बढाने की आवश्यकता होगी !