
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कार निर्माता कंपनियों से डीजल वाहनों का निर्माण बंद करने की भी अपील की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही डीजल गाड़ियों का निर्माण बंद नहीं किया गया तो वे इन गाड़ियों पर इतना टैक्स लगा देंगे कि इन्हें बेचना मुश्किल हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि जब बैटरी चालित वाहनों को चलाने की लागत नाममात्र है तो फिर पेट्रोल और डीजल वाहनों की क्या जरूरत है. जहां पेट्रोल और डीजल वाहनों को एक निश्चित दूरी तक चलाने में 100 रुपये का खर्च आता है, वहीं बैटरी से चलने वाले वाहनों को समान दूरी तक चलाने में केवल 4 रुपये का खर्च आता है। श्री गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार अगले 10 वर्षों में पेट्रोल और डीजल वाहनों को पूरी तरह से बंद करने की सख्त योजना की घोषणा पहले ही कर चुकी है।