बने बागवान*, *पौधों को देते हैं बच्चो जैसा प्यार

43वीं पीएसी बटालियन के कमांडेट *आदित्य प्रकाश वर्मा*
*बने बागवान*, *पौधों को देते हैं बच्चो जैसा प्यार*

एटा,जिले के कई विभाग को जो काम न कर पाए और खुद वन विभाग इसे करने के प्रयास में है, वह अकेले ही 43वीं पीएसी बटालियन के कमांडेट आदित्य प्रकाश वर्मा ने कर दिखाया। उन्होंने अकेले ही ऐसी बगिया, वन तैयार कर
जिले के कई विभाग को जो काम न कर पाए और खुद वन विभाग इसे करने के प्रयास में है, वह काम अकेले ही 43वीं पीएसी बटालियन के कमांडेट आदित्य प्रकाश वर्मा ने कर दिखाया। उन्होंने अकेले ही ऐसी बगिया, वन तैयार कर दिए, जो जिले में हरियाली, वन क्षेत्र को तो बढ़ाएंगा साथ ही बगिया में तैयार पौधे लोगों की बीमारी जैसे शुगर, माइग्रेन, बुखार को सही करने में सहायक भी होंगे। यही नहीं भविष्य में उन्होने पीएसी बटालियन के लिए आय का स्रोत भी तैयार कर दिया। अपने वेतन पर ग्रीन वाहिनी, क्लीन वाहिनी का नारा देते हुए कई बगिया तैयार करने वाले पीएसी कमांडेट ने अन्य लोगों के लिए उदाहरण भी बनेंगे। 
आदित्य प्रकाश जिस तरह से परिवार, स्टाफ से प्यार करते है, उसी प्रकार वह पेड़-पौधों को भी घर के सदस्य की तरह की मानते हैं। सुबह-शाम पेड़-पौधों को जाकर देखते है और पौधे के नुकसान होने पर निगरानी करने वालों को हिदायत भी देते हैं। उनकी बगिया में तैयार हो रहे पौधे बड़े होकर कई बीमारियों में सहायक बनेंगे और साथ ही आमदनी भी बढ़ाएंगे। बताते हैं कि उन्होने शरीफा के पौधे मंगवाए हैं वह भी जल्द ही आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि पीएसी बटालियन में शुगर नियंत्रित करने के पौधे, चार हजार ककरौंदा, 15 सौ से अधिक अमरूद, 150 से अधिक आम, 60 से अधिक जामुन के पेड़ लगवाए हैं, जिसकी सही देखभाल से नतीजा देखने को मिल रहा है।    

वेतन का एक हिस्सा पौधों पर करते है खर्च
पीएसी बटालियन के कमांडेंट आदित्य प्रकाश वर्मा बताते है कि वह अपने वेतन का एक हिस्सा पौधों पर खर्च करते है। अपने वेतन से पौधे मंगवाते है और खाद के लिए भी रुपये देते है। कोई जानवर पौधे खराब न कर दें उसे लेकर जिसको को भी जिम्मेदारी देते है और उन्हे भी कुछ न कुछ देते ही है।  
भविष्य में आमदनी का स्रोत बनेगी बगिया
पीएसी कमांडेंट आदित्य प्रकाश वर्मा के लगवाए फलदार और औषधीय पेड़-पौधे भविष्य में पीएसी के लिए का आमदनी का स्रोत भी बनेगे। इमली के पेड़ अब कहीं भी नहीं दिखते है और अर्जुन के पेड़ इतनी आसानी से नहीं मिलते हैं। आम, जामुन के पौधे काफी संख्या में लगवाए गए हैं। सभी देखभाल से भविष्य आमदनी होगी।  
ये है पीएसी कमांडेंट की बगिया
अर्जुन के पौधे        50
शुगर के पौधे      लगभग 50 सेअधिक
ककरौंदा           लगभग चार हजार पौधे
अमरूद            1500 सौ पेड़
आम                  150
जामुन                  60 
इमली                1000
जल्द ही शरीफा की पौधे मंगाएं है वह भी लगवाएं जाएंगे

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks