संगीत प्रेमी लोगो ने अनुभव की सुनहरी श्याम

स्वरसरगम फाउंडेशन, पेठवाडगांव द्वारा आयोजित 90 के दशक के हिंदी गानों की स्क्रीनिंग हाल ही में बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुई। यह कार्यक्रम संगीत प्रेमियों के लिए बेहद खुशी का पल साबित हुआ। 90 के दशक के सदाबहार हिंदी गानों की प्रस्तुति ने दर्शकों को गाने सुनने के लिए मंत्रमुग्ध कर दिया।
स्वरसरगम फाउंडेशन की स्थापना कोल्हापुर जिले के पेठ वडगांव के संगीत प्रेमियों द्वारा की गई है। इस बीच यह कार्यक्रम 23 मार्च 2024 को लक्ष्मीनारायण हॉल, पेठ वडगांव में आयोजित किया गया था. इसमें कोल्हापुर, सांगली, इचलकरंजी और पेठ वडगांव के कलाकारों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान आयोजकों की ओर से सोमनाथ घरसे, संजय लोले, पूर्वा वडगांवकर, प्रसाद कार्वेकर और अन्य कलाकारों द्वारा गाए गए गीतों ने उपस्थित लोगों का दिल छू लिया।
दिल तो पागल है, हिना, रोजा, डर, मोहरा, कच्चे धागे, कोई मिल गया इन फिल्म के गाने शामिल किये गये थे| तो लता मंगेशकर, आशा भोसले, साधना सरगम, अनुराधा पौडवाल, कुमार शानू, उदित नारायण, सोनू निगम, एसपी बालासुब्रमण्यम, सुरेश वाडकर आदि द्वारा गाए गए गीतों ने दर्शकों के दिलों पर छा गये। हर गाने को दर्शकों ने खूब सराहा। कलाकारों ने यह भावना व्यक्त की कि स्थानीय कलाकार द्वारा गाए गए गीत को भी ‘वन्स मोर’ मिल गया।
इस कार्यक्रम के दरम्यान संगीत क्षेत्र से जुडे दिवंगत लता मंगेशकर, अनुप जलोटा, बप्पी लहरी, एस पी बालासुब्रमण्यम और अमीन सयानी को श्रद्धांजलि दी गई |इस अवसर पर नागरिकों से अपील की गई कि वे स्वरसरगम फाउंडेशन पेठवडगांव की ओर से विभिन्न गायन कार्यक्रमों के आयोजन को भी इसी तरह अच्छा प्रतिसाद दें|