
चुनाबी चर्चा….
गाजियाबाद । पूर्व के चुनावों में स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी कर बाहरी व्यक्तियों को चुनाव मैदान में उतारने वाली भाजपा को जिस तरह 2012 विधान सभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा ठीक उसी तरह इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पुनः भारी शिकस्त का सामना करना पड़ सकता हैं । क्योंकि अन्य मतदाता तो दूर स्वयं भाजपा समर्थक इसको लेकर दबी जुबान नाराजगी जाहिर करते सुने गये हैं । गाजियाबाद के दो अलग अलग स्थानों पर चली दबी जुबान चर्चा से प्रतीत होता हैं कि एक तरफ जहाँ स्थानीय भाजपाइयों की ये अंदरूनी नाराजगी अपनी जगह सही हैं वहीं दूसरी ओर सिद्धांत और संस्कारों का ढोल पीटने वाली भाजपा अपनी ही पार्टी कार्यकर्ताओं को संस्कार सिद्धांत सिखाने में असमर्थ रही, कारण भले जो हो, लेकिन चर्चा से इतना जरूर लगता हैं, कि हो न हो अगर पूर्व की भाँति इस बार के लोकसभा चुनाव में बाहरी उम्मीदवार को थोपा गया तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे, मतलब भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है