पूरे देश के अधिकांश भूभाग पर अवैध कब्जा करके बनाई गईं मस्जिदें, मकबरा, ईदगाह, कब्रस्तान, करबला इत्यादि जमीन को जांचोपरांत कब्जा मुक्त कराकर राष्ट्रीय सम्पत्ति सुरक्षित करे सरकार: राजू आर्य
एटा। अखिल भारतीय सनातन परिषद उ.प्र.के संगठन महामंत्री, कट्टर हिंदूवादी किसान नेता रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने एक इंटरव्यू देते हुए कहा कि कांग्रेस के तुष्टीकरण के चलते बफ्फ बोर्ड को कांग्रेस ने असीमित अधिकार दिए जिसकी आड़ में धर्म का सहारा लेकर एक विशेष वर्ग ने देशभर के अनेकों स्थानों पर अवैध तरीके से मस्जिद, मजार, ईदगाह, सैयद, मुस्लिम बस्तियां, मुसाफिरखाना, कर्बला, कब्रिस्तान, बनाकर जमीनों पर अवैध कब्जा कर रखा है। केन्द्र सरकार के नेतृत्व में देशभर में ऐसे स्थानों की जांच कराई जाए और अवैध पाए जाने पर बुल्डोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर राष्ट्र संपदा को सुरक्षित किया जाए।
मुगलकाल के दौरान बड़ी संख्या में सनातन से जुड़े मंदिर और धार्मिक स्थानों को खंडित कर वहां पर कब्जा किया गया और उनको मस्जिद में बदल दिया गया ऐसे स्थानों को अब कब्जा मुक्त कर पुनः हिंदू मंदिरों में बदला जाना चाहिए।
साथ ही राजू आर्य ने कहा कि इसके बाबजूद भी आजादी के बाद से लेकर वर्तमान तक इसी क्रम में कांग्रेस ने तुष्टिकरण तथा वोट की स्वार्थ नीति के तहत “हद तो तब कर दी” जब लोकसभा में विधेयक पारित करके वक्फ बोर्ड को विशेष अधिकार देकर मनचाही भूमि पर खुलेआम कब्जा कर लेने का अधिकार मुसलमानों को दे दिया। जिसके चलते देश की तमाम जमीनों के भूखंडों,मठ, मंदिरों तथा अति महत्वपूर्ण स्थानों पर मुसलमानों ने इस अधिकार के तहत जबरन कब्जा करना शुरू कर दिया और आज की तारीख में पूरे देश की जमीन जाजायद के मामले में पहला नंबर यदि सेना का है, तो दूसरा नंबर रेलवे का वहीं तीसरे नंबर पर सबसे अधिक जमीन का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड अवैध कब्जा के वल पर अपने पास सुरक्षित कर लिया है। जिसके तहत वे मनमाने स्थानों पर मजार, सैयद, दरगाह, कब्रिस्तान, मस्जिद, मुस्लिम कालोनियों का लगातार निर्माण करके अवैध कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। यदि यही हालात लगातार रहे तो वह दिन दूर नहीं जब समूचे भारत में लगभग भूभाग पर मुस्लिमों का कब्जा होगा और हिन्दुओं के अधिकार छीनकर उन्हें फिर से गुलाम बना लिया जायेगा।
उपरोक्त क्रम में अखिल भारतीय सनातन परिषद के प्रदेश संगठन महामंत्री राजू आर्य कहते हैं कि स्वार्थी वोट नीति एवं तुष्टीकरण को समाहित करते हुए पूर्व की कांग्रेसी सरकारों ने देश में इस्लामीकरण लागू करने के षड्यंत्रों को भेदभाव पूर्वक तरीके से वक्फ बोर्ड का गठन कर असीमित शक्तियां मुस्लिम समुदाय को प्रदान कर दी। जो अन्य समुदायों, संप्रदायों के अधिकारों का हनन है। इसीलिए देश तथा देश के भूभाग और भारतीय संस्कृति,मठ, मंदिर, एवं सनातन धर्म की रक्षार्थ बिना देर किए केंद्र की मोदी सरकार को वक्फ बोर्ड को नियम विरुद्ध दिए गए असीमित अधिकारों की जांच कराकर अवैध तरीके से जमीनों पर किए गए कब्जे को कब्जा मुक्त करना चाहिए जिससे राष्ट्र हित एवं राष्ट्रीय संपदा सुरक्षित रह सके।