
एटा,राम नाम की लूट है लूट सके लूट यह कहावत आज के जिला प्रशासन पर सही साबित होती है की किस तरह एक लेखपाल के इशारे पर तहसील व जिला प्रशासन गुमराह हो रहा है मामला ग्राम उमेदपुर रिजॉर् थाना सकेत क्षेत्र का है यहां के एक रिटायर्ड लेफ्टिनेंट फौजी व्यक्ति द्वारा अपनी जमीन को बचाने के लिए दीवानी न्यायालय में मुकदमा दायर किया और स्थगन आदेश प्राप्त किया माननीय न्यायालय के आदेश की तमिल लेखपाल व ना तहसीलदार पर हुई लेकिन न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए लेखपाल के सहारे पर स्वास्थ्य विभाग अपना निर्माण कार्य कर रहा है जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कह दिया कि हम न्यायालय को नहीं जानते हम तो लेखपाल और तहसीलदार की रिपोर्ट को मानते हैं उक्त फौजी व्यक्ति ने न्यायालय माननीय उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश जिलाधिकारी महोदय एसपी महोदय सभी से न्यायालय के आदेश का अनुपालन करने की गुहार लगाई है लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पाठ वाला आ रहा है लेखपाल के आगे सब बोन साबित हो रहे हैं इसी लेखपाल मोहित यादव ब नायब तहसीलदार के खिलाफ थाना कोतवाली नगर एटा में 420 बा हेरा फेरी का मुकदमा भी दर्ज है लेकिन अफसोस की पुलिस ने आज तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है