
फर्रुखाबाद/कायमगंज- स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से आशाओं का बड़ा खेल,सरकारी वेतन पर निजी अस्पतालों कर रही हैं कार्य।
आशाओं में कोई भी डर या खौफ नहीं है कमीशन के चक्कर में सरकारी बेतन पर निजी अस्पतालों का काम कर रही हैं। उन्हें किसी की जान चली जाने से कोई लेना देना नहीं। आये दिन सरकार द्वारा चयनित आशा
निजी अस्पतालों में प्रसूताओ को भर्ती करवा कर मोटा कमीशन बटोरने पर लगी है। ऐसे ही आज नगर से सटे गांव प्रेमनगर निवासी रीना पत्नी विवेक उम्र लगभग 25 बर्ष की नगर के एक निजी अस्पताल में प्रसूता की मौत हो गयी।
जानकारी के अनुसार प्रसूता रीना के जब प्रसव पीड़ा हुई तब परिजन उसे आशा के साथ उपचार के लिए ले गये।आशा ने उसे सरकारी अस्पताल न ले जाकर नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया। जहाँ पर रीना ने एक पुत्री को जन्म दिया,जन्म देने के बाद थोड़े ही समय में उसकी हालत बिगड़ गयी। इसी बीच हालत को गंभीर देखते हुए निजी अस्पताल के संचालक ने उसे कायमगंज के सरकारी अस्पताल में भेज दिया। जहाँ पर मौजूद डाक्टर अमरेश ने रीना को मृत घोषित कर दिया यह सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया।
खबर का हुआ असर
खबर चलने पर CMO.अवनीन्द्र कुमार ने तत्काल खबर को संज्ञान में लेते हुए ACMO.शेखआलमगीर व स्वास्थ्य टीम को भेजकर अस्पताल बंद करवा दिया।