वाराणसी मंडल के 21 स्टेशनों एवं 05 अन्य स्थलों पर ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया।

वाराणसी 14 दिसम्बर 2023: सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के साथ साथ वाराणसी मंडल पर 08 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया 2023 मनाया गया। इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन एवं वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर सामान्य पंकज केशरवानी के नेतृत्व में वाराणसी मंडल पर ऊर्जा संरक्षण सप्ताह -2023 के अंतर्गत आज 14 दिसम्बर,2023 को वाराणसी मंडल के 21 स्टेशनों एवं 05 अन्य स्थलों पर ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया गया है। इसके अन्तर्गत वाराणसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों एवं सर्विस भवनों पर बैनर एवं प̱फलेट के माध्यम से आम जनमानस एवं कर्मचारीगण के मध्य उर्जा संरक्षण हेतु जागरूक करने का प्रयास किया गया। वाराणसी मंडल के विभिन्न पॉवर सप्लाई डिपो में कार्यरत विद्युत कर्मचारियों को सेमीनार आयोजित कर ऊर्जा संरक्षण के विषय में विस्तृत जानकारी दी गयी I मंडल पर स्थित बहुउद्देशीय मंडलीय प्रशिक्षण संस्थान को ऊर्जा संरक्षण के अंतर्गत सुन प्लस प्रमाण पत्र हेतु ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी को आवेदन दिया गया साथ ही साथ मंडल के विभिन्न स्टेशनों एवं सर्विस भावनाओं पर लगे कल 1314 किलोवाट पर क्षमता के सोलर प्लांट से प्रतिमाह औसत 93,107 के डब्लू पी ऊर्जा उत्पादित की जा रही है जिससे प्रतिमा लगभग रुपया 6,51,749.00 के राजस्व की बचत हो रही है। वर्तमान में मंडल पर स्थापित सोलर प्लांट के अतिरिक्त 110 kwp क्षमता के सोलर प्लांट की स्थापना का कार्य पूर्ण कर क्रियाशील करने की प्रक्रिया की जा रही है जिसके स्थापित होने के पश्चात प्रतिमाह औसतन 11,880 किलो वाट घंटा ऊर्जा का उत्पादन किया जा सके जिससे प्रतिमाह लगभग रुपया 83,160 के राजस्व की अतिरिक्त बचत होगी। ऊर्जा संरक्षण के क्रम में वाराणसी मंडल के सभी स्टेशनों सर्विस भवनों तथा आवासीय भवनों में 100% एलईडी लाइट का उपयोग किया जा रहा है इसके साथ ही वाराणसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों एवं सर्विस भावनों में ऊर्जा संरक्षण हेतु बीएलडीसी फैन का प्रावधान किया जा रहा है जिससे ऊर्जा के खपत में लगभग 20% की बचत होगी।
इसके साथ ही मंडल के स्टेशनों पर सोलर पैनल से उत्पन्न की जा रही सौर ऊर्जा से विद्युत प्रकाश एयर कूलिंग लिफ्ट एवं एस्केलेटर आदि उपकरणों को चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मंडल में शत-प्रतिशत बड़ी लाइन आपरेशनल खण्डों के विद्युतीकरण होने के फलस्वरूप डीजल की खपत में पहले की तुलना में काफी कमी की गई है साथ ही एच.ओ.जी. लोको के लगने से भी पावर कार में लगने वाले डीजल खपत में भी कमी आई है। इसमें एक कदम और आगे बढ़ते हुये विद्युत विभाग द्वारा पिट लाइन 750 वोल्ट की सप्लाई की व्यवस्था की है जिसके फलस्वरूप इस वित्त वर्ष में व्यापक ऊर्जा बचत दर्ज की गईं।