क्लाइमेट चेंज ए मैन मेड क्राइसिस फेसिंग द ह्यूमिनिटी पर एकेडमी सेल एवं एन ई पी समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
वाराणसी

आज दिनांक 29/09/2023 को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एक विशेष व्याख्यान विषय क्लाइमेट चेंज ए मैन मेड क्राइसिस फेसिंग द ह्यूमिनिटि” पर एकेडमिक सेल एवं एन0ई0पी0 समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बैकांक थाईलैण्ड के एमिरेटस प्रोफेसर प्रो0 अजित अन्नछत्रे ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति रही । कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो0 आनंद कुमार त्यागी जी ने तथा सह अध्यक्षता डॉ सुनीता पाण्डेय रजिस्ट्रार म0 गां0 काशी विद्यापीठ जी ने की। प्रो0 अजित अन्नछत्रे ने अपने व्याख्यान में उन्होने पृथ्वी के बढ़ते तापमान और मौसम परिवर्तन के बारे में विशेष चर्चा की। उन्होने बताया कि हमारी पृथ्वी का वायुमंडल एक जैकेट की भाँति है जो पृथ्वी को हानिकारक सौर किरणों से बचाती है। इसके साथ उन्होंने ग्रीन हाउस गैसेस के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि हाइड्रोफ्लोरोकार्बन एचएफसी पेरफ्लूरोकार्बन पीएफसी सल्फर हेक्साफ्लोराइड एसएफ6 और नाइट्रोजन ट्राइफ्लोराइड एनएफ3 जैसी गैसें जो आधुनिक उपकरणों में प्रयोग की जा रही है यह कार्बन डाइऑक्साइड मिथेन ओज़ोन इत्यादि से ज़्यादा ख़तरनाक है और पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ारही। उन्होंने प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन को कम करने में वैकल्पिक रिन्यूएबल एनर्जी साधनों की भूमिका महत्वपूर्ण साबित होगी।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो० आनंद कुमार त्यागी जलवायु परिवर्तन से होने वाली आपदाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि हम समय पर जलवायु परिवर्तन पर ध्यान नहीं दिया तो हिमालयन ग्लेशियर के पिघलने से हरियाणा और पंजाब के कई इलाको में में बाढ़ आजाएगी। कुलपति ने जलवायु संरक्षण में युवाओं की भूमिका पर विशेष बल देते हुएं कहा कि हमे प्राकृतिक संसाधनों को समझदारी से उपभोग करने की संस्कृति को प्रेरित करना चाहिए और इसमें युवाओं का ख़ास भूमिका है। इसके साथ उन्होंने कहा कि हमें अपने पर्यावरण को बचाने के लिए सभी लोगों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अंत में सह अध्यक्षता कर रही डॉ सुनिता पाण्डेय रजिस्ट्रार द्वारा अतिथियों का औपचारिक धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन ऐकडेमिक सेल के निदेशक डॉ संदीप गिरि ने किया। विभिन्न विभागों के डीन विभागाध्यक्ष अध्यापकगण एवं शोध विद्यार्थियों सहित 120 से ज़्यादा लोगो की उपस्थिति इस कार्यक्रम में रही।