
बरेली
राजीव गाँधी कैंसर संस्थान एवं शोध केंद्र (आरजीसीआईआरसी) विपरीत प्रभाव (साइड इफ्फेक्ट) को काफी हद तक कम करने वाली अत्याधुनिक तकनीक के साथ कैंसर देखभाल के परिदृश्य को पूरी तरह बदलने की दिशा में अग्रणी स्तर पर कार्य कर रहा है। भारतीय चिकित्सा परिषद (आईएमए), बरेली के साथ एक संयुक्त पहल के अंतर्गत आरजीसीआईआरसी ने मेडिकल क्षेत्र के पेशेवरों के लिए निरंतर चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने जोर देकर कहा कि रेडिएशन (विकिरण) तकनीकों में हो रहे नवाचार और रोबोट सर्जरी आदि सहित अत्याधुनिक तकनीकें कैंसर के खिलाफ लड़ाई में प्रभावी हथियार साबित हो रही हैं। ये तकनीकें न सिर्फ उपचार की संभावनाओं में वृद्धि करती हैं, बल्कि विपरीत प्रभाव को भी काफी हद तक कम करती हैं, जिससे इलाज के बाद व्यक्ति अपना जीवन अच्छी तरह जी सकता है।