
एटा रेलवे स्टेशन पर नया भारत सशक्त भारत भारतीय सेना के भारत निर्मित बस्तर बन्द गाड़ी के लगे कटाउट के ऊपर देश के माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के लगे कटाउट के साथ पहले आपत्तिजनक कॉमेंट लिखें गये फिर दुसरे दिन मा॰प्रधानमंत्री जी के सिर पर लगी टोपी को तोडा गया फिर अगले दिन आधा चहरा तोड़ा गया फिर बाद में कटाउट को बस्तर बन्द गाड़ी से तोड़ कर नीचे फर्श पर फेंक दिया जाता है और पैरों तले रौंदा जाता रहा। परंतु रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ व जीआरपी के जबानों ने ऐसा घिनोना कृत्य करने वाले को रोकने की बिल्कुल भी जहमत नहीं उठाई बल्कि देश मा०प्रधानमन्त्री मोदी जी को पैरों तले रौंदा जाने से भी नहीं रोका यह है रेलवे स्टेशन की सुरक्षा करने वाले है जीआरपी आरपीएफ के जवान कहने को तो थाना भी है जहां कभी कोई रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हुई है कभी कोई भी वहां आता है और स्टेशन पर कुछ भी कर के चला जाता है कहने को तीस जवानों की तैनाती है परंतु रेलगाड़ी आने समय दो तीन जवान ही दिखाई देते हैं बाकी कहॉ रहते हैं ये तो जीआरपी आरपीएफ के अधिकारी ही जाने,,,,,,,,,,, एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा
: कटाउट के तोड़ने व आपत्तिजनक कॉमेंट लिखें जाने को लेकर आरपीएफ के जवानों से पूछा तो जवानों का जवाब आपको को चौंका देगा उनका कहना था कि ये हमारी ड्यूटी में नहीं आता कि हम प्रधानमंत्री के कटाउट की सुरक्षा करे