
राम मंदिर निर्माण में फिर दिखाई दी भारतीय एकता की झलक, पहला कार्ड मुस्लिम को अब पहला प्रसाद दलित को
जैसे रामराज में भारत की संस्कृति, अखंडता, एकता और समानता बरकरार था ठीक वैसे ही ही एकता की झलक राम मंदिर निर्माण के दौरान भी दिखाई दी है. राम मंदिर भूमि पूजन का पहला निमंत्रण अयोध्या भूमि विवाद मामले के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के बाद अब राम मंदिर भूमि पूजन का पहला प्रसाद एक दलित परिवार के घर भेजा गया. यह वही दलित महाबीर का परिवार है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिसके घर जाकर भोजन करने गये थे. रामलला का पहला प्रसाद पाकर महाबीर और उनका पूरा परिवार गदगद है और इसे अपना सौभाग्य मान रहा है. प्रसाद के साथ ही महाबीर के परिवार को भेंट में रामचरित मानस दी गई है. महाबीर के परिवार को प्रधानमंत्री आवास भी मिला है.
भूमि पूजन में आने वाले विशिष्ट अतिथियों के लिए रघुबीर लड्डू बनाये गये थे. मेहमानों को स्टील के टिफिन में लड्डू दिये गये थे. इस दौरान उन्हें एक चांदी का सिक्का भी दिया गया, जिसमें एक तरफ राम दरबार की छवि है और दूसरी तरफ ट्रस्ट का प्रतीक चिन्ह है. अतिथियों के बाद अब अन्य लोगों को प्रसाद वितरित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें पहला प्रसाद दलित महाबीर के घर भिजवाया गया है. कल अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का शिलान्यास किया था. राम मंदिर करीब साढ़े तीन साल में बनकर तैयार होगा.