
सभी को कोटि कोटि बधाई दी ऐतिहासिक पल के लिए राम जन्मभूमि ट्रस्ट के आभारी आज पूरा भारत राममय है हर मन दीप मय है पूरा भारत आज भावुक है
वर्षो से टेंट में रहे हमारे रामलला के लिए अब भव्य मंदिर निर्माण होगा, आज़ादी की लड़ाई की तरह राम मंदिर के लिए कई वर्षों तक संघर्ष हुआ, बलिदान हुआ राम जन्मभूमि आंदोलन से हर जुड़ा व्यक्ति आज भाव विभोर है
राम हमारे मन मे बसे है श्रीराम भारत की मर्यादा है हमारी सास्वत आस्था का प्रतीक बनेगा राम मंदिर,मन्दिर आने वाली पीढ़ियों में आस्था बढायेगी भव्य मंदिर से अयोध्या का विकास होगा,राम मंदिर निमार्ण महोत्सव है, नर को नारायण से जोड़ने का
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
: सदियों का इंतजार हुआ खत्म श्रीराम मंदिर का निर्माण पूजन सम्पन्न
जय सिया राम…
12 बजकर 44 मिनट पर चांदी की कन्नी से डाली गई नीव पूजा स्थल पर मुख्य्मंत्री योगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और नृत्य गोपाल दास मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर काम समय से पूरा किया जबकि पंडित जी पूजा बढ़ा रहे क्योंकि अगला मुहूर्त 12 बज कर 44 मिनट 8 सेकंड पर था…
कोरोना से बनी स्थितियों के कारण भूमिपूजन का ये कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है
श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए, देश ने वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है: PM
इसी मर्यादा का अनुभव हमने तब भी किया था जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था
हमने तब भी देखा था कि कैसे सभी देशवासियों ने शांति के साथ, सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए व्यवहार किया था
आज भी हम हर तरफ वही मर्यादा देख रहे हैं: PM
इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा, बल्कि इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है
जिस तरह गिलहरी से लेकर वानर और केवट से लेकर वनवासी बंधुओं को भगवान राम की विजय का माध्यम बनने का सौभाग्य मिला.. : PM
जिस तरह छोटे-छोटे ग्वालों ने भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने में बड़ी भूमिका निभाई
जिस तरह मावले, छत्रपति वीर शिवाजी की स्वराज स्थापना के निमित्त बने,जिस तरह गरीब-पिछड़े, विदेशी आक्रांताओं के साथ लड़ाई में महाराजा सुहेलदेव के संबल बने.. : PM
जिस तरह दलितों-पिछ़ड़ों-आदिवासियों, समाज के हर वर्ग ने आजादी की लड़ाई में गांधी जी को सहयोग दिया,
उसी तरह आज देशभर के लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का ये पुण्य-कार्य प्रारंभ हुआ है.. : PM
जैसे पत्थरों पर श्रीराम लिखकर रामसेतु बनाया गया, वैसे ही घर-घर से,गांव-गांव से श्रद्धापूर्वक पूजी शिलाएं, यहां ऊर्जा का स्रोत बन गई हैं
देश भर के धामों और मंदिरों से लाई गई मिट्टी और नदियों का जल, वहां के लोगों,वहां की संस्कृति और वहां की भावनाएं,आज यहां की शक्ति बन गई हैं: PM