
शहर के चर्चित नटवरलाल के बिगडैल बाबू ने ली, प्रतिष्ठित अधिवक्ता के बेटे की जान।
एटा-शहर के चर्चित नटवरलाल के बिगडैल बाबू ने पूर्व वार एसोसिएशन एटा के अध्यक्ष, बरिष्ठ, प्रतिष्ठित, अधिवक्ता उपेंद्र पाल सिंह के बेटे की जान ले ली। शब ग्रह पर अधिवक्ता करुण क्रंदन करते हुए बार-बार कह रहे थे कि उनका बेटा नहीं हीरा खोया है। अभी 4 दिन पहले ही मृतक की पत्नी ने एक कन्या को जन्म दिया था। बेचारे अधिवक्ता नातिन की जन्म कुंडली बनवाने के लिए पंडित के भी पास गए थे। ऑपरेशन के बाद पैदा हुई बच्ची और उसकी मां को देखने वालों का तांता लगा हुआ था उसी दौरान रात्रि लगभग 10:00 बजे मृतक राहुल अपने मित्र साथियों के साथ सड़क के किनारे खड़ा बातचीत कर रहा था। उसे क्या मालूम था कि बिगड़ैल बाबू कुछ क्षण में ही सुरा के सुरूर में अपनी इनोवा से उसके प्राण हर ले जाएग।। और ऐसा ही हुआ राहुल व उसके साथी कुछ समझ पाते उससे पहले इनोवा दोनों जाँघौं से गुजरती हुई छाती भेद कर फुर्र हो गई। आनन-फानन में राहुल को आगरा ले जाया गया मगर उसकी जान नहीं बच सकी।शब ग्रह पर भारी भीड़ के बीच एक ही शब्द लोगों के हृदय को भेद रहा था जो अधिवक्ता के मुँह से बार-बार अनायास निकल रहा था। कि उसका हीरा छिन गया।कितना हृदय विदारक दृश्य है। नवजात कन्या आंखें भी नहीं खोल पाई जिससे पिता की सूरत देख लेती।शव ग्रह पर शहर के इस नटवरलाल पूर्व पालिका अध्यक्ष के बिगड़ैल बाबू की चर्चा बेहद रोश युक्त थी। नटवरलाल समाज के जिन घिनौने कार्य को पर्दा में करता है।बिगड़ैल बाबू वह सभी काम सड़क पर करता है। बुजुर्गों की एक बात लिखना बहुत अनिवार्य है।करनी और कथनी के भेद की बात आज नहीं तो कल सामने आ ही जाएगी। शब ग्रह पर इरादा से हत्या की भी चर्चा जोरों पर थी।बरहाल बिगड़ैल बाबू को कानून और समाज सजा दे या ना दे मगर अधिवक्ता का हीरा हमेशा को लुट गया।