*रोडवेज रंग की प्राइवेट बसों से एटा बस स्टैंड से हो रही खुलेआम डग्गेमारी*

*एटा ~ जनपद एटा में रोडवेज बस स्टैंड से डग्गेमारी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जनपद में प्राइवेट डग्गेमारी को लेकर पूर्व में एटा ऐआरएम रहे संजीव यादव से डग्गेमारी करने वाले वाहन स्वामियों ने मारपीट पूर्व ऐआरएम संजीव यादव के साथ मारपीट की थी जिसकी शिकायत ऐआरएम संजीव यादव ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा से लिखित की थी। एटा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था। जिसके परिणाम स्वरूप कुछ दिनों जनपद में डग्गेमार वाहन स्वामियों एवं चालक परिचालकों में भय देखा गया था। किंतु समय बीता और अधिकारी बदलने के साथ ही डग्गेमार वाहन स्वामियों एवं चालक परिचालकों के हौसले बुलंद हो गए। रोडवेज बस स्टैंड स्थिति चौकी इंचार्ज अनिरुद्ध सिंह की चौकी के सामने नीम के पेड़ राजेश चाय वाले की दुकान के सामने खड़े होकर बेखौफ होकर रोडवेज रंग प्राइवेट गाड़ियां भारी जाती हैं। बस स्टैंड पुलिसकर्मी मौन एवं कुंभकर्णी नींद में सोए रहते हैं। या फिर पुलिस का पीछे से इन डग्गेमार वाहनों को सरंक्षण मिल रहा हैं। इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता। किंतु आमजनता इन डग्गेमार वाहनों के रोडवेज रंग के होने कारण भ्रमित होना स्वाभाविक हैं। जिसके कारण सवारी इन डग्गेमारों के साथ बसों में यात्रा करनी पड़ती हैं। साथ किराया भी अधिक चुकाना पड़ता हैं। बस स्टैंड पुलिस चौकी से चंद पचास कदम की दूरी पर खुलेअम डग्गेमारी होना एटा पुलिस की छवि पर एक सवालिया निशान लगना स्वाभाविक हैं। एटा पुलिस अपने दायित्वों से क्यों भागती नजर आती हैं। यदि एटा पुलिस अपने दायित्वों का स्वंम निर्वहन करें तो इन डग्गेमार वाहन चालक परिचालकों एवं वाहन स्वामियों को हिम्मत नहीं कि रोडवेज बस स्टैंड से के खुलेआम डग्गेमारी कर सकें। एटा रोडवेज की बसें बस स्टैंड के बाहर सड़क पर भारी तादात में चालक खड़ी कर देते हैं। जिस कारण रोड पर यातायात अवरुद्ध हो जाता हैं। और जाम के हालात बन जाते हैं। बस स्टैंड के सामने से लेकर आगरा रोड मोड़ तक सरकारी रोडवेज का जमावड़ा लगा देखा जा सकता हैं। एटा ऐआरएम राजेश यादव द्वारा इन रोडवेज बस चालकों को बसों को रोड पर खड़ा करने पर प्रतिबंधित करना चाहिए। जिससे यातायात व्यवस्था बाधित ना हो। वहीं बस स्टैंड चौकी प्रभारी अनिरुद्ध सिंह को चौकी पुलिसकर्मियों कड़े निर्देशों में इन डग्गेमार वाहनों एवं रोड खड़ी बसों को हटाने की हिदायत देकर इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। डग्गेमारी से उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को लग रहा हैं लाखों का चुना*