
एटा- अलीगंज में मैनपुरी रोड स्थित बिना रजिस्ट्रेशन के फर्जी रूप से चल रहा श्यामा हॉस्पिटल की संचालिका उमा अलीगंज हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात है।विगत दिनों सीएमओ एटा को रिश्वत देते एक फोटो वायरल हो रहा है, जिसमें सीएमओ पांच पांच सौ के नोट उमा के हाथों से ले रहे हैं।ऐसे कई फर्जी हॉस्पिटल जनपद में संचालित है, जिनसे सीएमओ एटा दलालों और अपने नजदीकियों से अवैध उगाई करके काली कमाई कर रहे हैं।उमा का एक इसी तरह का हॉस्पिटल मैनपुरी जनपद के आलीपुर खेड़ा में भी संचालित है।महत्वपूर्ण मामला यह है कि अलीगंज क्षेत्र में जितनी भी डिलेवरी फर्जी हॉस्पिटलों में होती हैं, उन सब का रजिस्ट्रेशन फर्जी रूप से अलीगंज सीएचसी पर कराकर सरकारी धन का बड़ा घोटाला किया जा रहा है।सीएमओ एटा को न तो सरदार वल्लभ भाई पटेल और संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के लगे फोटूओ का भय है।और न योगी सरकार से,कारण स्पष्ट है, कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एटा सीएमओ के सजातीय हैं, यहाँ एक कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है।सैंया भए कोतवाल हमें डर काहे को।योगी जी आपके भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की कैसी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।यह आप स्वयं देख लो।रिपोर्ट आशीष तिवारी वरिष्ठ पत्रकार