शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा स्थल राजा का रामपुर में पत्रकारों का विशाल धरना संपन्न

शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा स्थल राजा का रामपुर में पत्रकारों का विशाल धरना संपन्न – पुराने स्थान पर ही श्री राठौर की प्रतिमा पुन: लगाए जाने की शासन प्रशासन से मांग

एटा। तहसील अलीगंज के कस्बा राजा के रामपुर में मडिया चौराहे पर शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा स्थल पर पत्रकार गणों द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार धरना प्रदर्शन शुभारंभ करके पुराने प्रतिमा स्थल पर ही पुनः गजेंद्र सिंह राठौर शहीद पत्रकार की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की गई।

इस दौरान जनपद एटा तथा कासगंज के सैकड़ों पत्रकार बन्धुओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए उनकी प्रतिमा को अस्थाई रुप से एक मेज पर स्थापित करके पुष्पांजलि अर्पित की और दीप प्रज्वलन कर प्रतिमा की आरती उतारी गई। तथा सामूहिक रूप से धरना प्रदर्शन किया गया। पत्रकार बंधुओ ने सामूहिक रूप से शासन तथा प्रशासन से मांग करते हुए शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा को पुराने प्रतिमा स्थल पर ही स्थापित कराए जाने का अनुरोध किया है।

उल्लेखनीय है कि श्री राठौर ने वर्ष 1990 में श्री राम मंदिर आंदोलन के दौरान भाजपा की बड़ी नेता साध्वी उमा भारती की जनसभा में दैनिक जागरण समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ की हैसियत से निर्भीकता पूर्वक समाचार कवरेज करते हुए कस्बा गंजडुंडवारा में अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी, हमलावरों ने उन्हें चारों तरफ से घेरकर मौत के घाट उतार दिया था।

बाद में श्री राठौर के पारिवारिक जनों वह शुभचिंतकों तथा वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अंबरीश सिंह राठौड़ के अथक प्रयासों द्वारा पत्रकारों के सहयोग से कस्बा राजा के रामपुर स्थित मडिया चौराहे पर उनकी प्रतिमा स्थापित कराई गई थी। बाद में वह प्रतिमा एक पीपल के वृक्ष को गिर जाने से क्षतिग्रस्त हो गई।

शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने के बाद से ही उनके सहयोगियों ने पुनः उसी प्रतिमा स्थल पर उनकी मूर्ति स्थापित कराए जाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। लेकिन दुर्भाग्य से तत्काल यह कार्य नहीं हो सका और वर्तमान में उनकी मूर्ति जयपुर से बनवाकर मंगवा लीगई, जिसे स्थापित करने की कार्रवाई चल ही रही थी। इसी दौरान कुछ साजिश कर्ताओं ने शहीद पत्रकार से दुश्मनी जैसा व्यवहार करके रोडा बनने का कार्य किया। जिससे पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त हो गया। दिनांक 17 – 8 – 23 को प्रेस क्लब एटा पर आपातकालीन बैठक करके 18 -8 – 23 को प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला अधिकारी के द्वारा दिया गया, जिसमें एक सप्ताह के अंतर्गत मूर्ति स्थापना का अनुरोध किया गया था।

लेकिन मांग पूरी न होने पर सामूहिक निर्णय के अनुसार ज्ञापन में दी गई समय सीमा के उपरांत एटा तथा कासगंज के कई दर्जन पत्रकारगणों ने सामूहिक रूप से राजा के राम पुर पहुंचकर मूर्ति स्थापना हेतु आर पार की जंग का ऐलान करते हुए आंशिक धरना प्रदर्शन प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसे अपराह्न 2:30 बजे समापन किया गया।

धरना प्रदर्शन के दौरान पत्रकार गणों तथा कस्बा एवं आसपास के समर्थकों द्वारा गजेंद्र सिंह राठौर अमर रहे अमर रहे – अमर रहे गजेंद्र सिंह राठौर की प्रतिमा यही लगेगी यही लगेगी – यहीं लगेगी जब तक सूरज चांद रहेगा – गजेंद्र सिंह राठौर का नाम रहेगा जैसे गगन भेदी नारे लगाए गए।

धरना प्रदर्शन में शहीद पत्रकार गजेंद्र सिंह राठौर की पुनः उसी स्थान पर मूर्ति स्थापना तथा उनके पत्रकारिता जीवन पर प्रकाश डालने वालों में प्रमुख रूप से वरिष्ठ अधिवक्ता अम्बरीश सिंह राठौर एडवोकेट,वरिष्ठ पत्रकार विशनपाल सिंह चौहान प्रधान संपादक अलार्म इण्डिया न्यूज एवं सांध्य दैनिक प्रियंका टाइम्स तथा वरिष्ठ पत्रकार आरबी उपाध्याय,बरिष्ठ पत्रकार नेत्रपाल सिंह चौहान,राम नरेश सिंह चौहान वरिष्ठ पत्रकार, जसवंत सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार, लाल प्रताप सिंह, डॉ गंगा सिंह,पवन चतुर्वेदी, एपी सिंह, उमा कांत,विपिन सक्सैना, प्रदीप यादव, अनूप चौहान रतन प्रकाश वसीम कुरेशी फरमान फारुकी विमल सिंघानिया जयचंद रंजीत राय गौरव गुप्ता सर्वर हुसैन, सहित अन्य सैकड़ों पत्रकार बंधु प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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