कहवां से आवे रामा कारी रे बदरिया।

वाराणसी आज दिन बुधवार को
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मंच कला विभाग में कजरी के समूह गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो.आनंद कुमार त्यागी मानविकी संकाय के अध्यक्ष प्रो. अनुराग कुमार और मंचकला की विभागाध्यक्ष डाॅ.संगीता घोष एवं प्रो.अमिता सिंह के द्वारा श्रीगणेश एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया।
तत्पश्चात सावन गीतों की प्रतियोगिता के क्रम में सर्वप्रथम बी.म्यूज द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों आशुतोष अनुजा पूजा रुबल और शिवम के द्वारा बनारस की कजरी विश्वनाथ जी के दर्शन कराए द पिया की प्रस्तुति हुई। दूसरी प्रस्तुति एम.म्यूज द्वितीय सेमेस्टर के समृद्धि मानसी आदित्य प्रिंस और रवि रंजन के द्वारा कहवां से आवेले कारी रे बदरिया की हुई। तत्पश्चात बी.म्यूज तृतीय वर्ष की सुहानी शुक्ला कीर्ति नेहा कृति एवं शिवम सिंह ने पिया मेहंदी लिया द मोतीझील से को प्रस्तुत किया। एम.म्यूज के अनिकेत अमीषा पूजा नैनिका एवं हरगोविंद ने कईसे खेलन जईबू सावन में कजरिया” की मनमोहक प्रस्तुति की। इसी क्रम में विभाग के विद्यार्थियों के कुल आठ समूहो की प्रस्तुतीकरण संपन्न हुई जिसमें अंतिम प्रस्तुति एम.म्यूज चतुर्थ सेमेस्टर के आस्था नैना आशीष अमन एवं रविरंजन ने प्रसिद्ध कजरी कचौडी गली सून कईल बलमू गाया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से कहवां से आवेले कारी रे बदरिया और कचौडी गली सून कईल बलमू को मिला। द्वितीय स्थान पर पिया मेहंदी लिया द मोतीझील से गीत रहा। तीसरा स्थान “कईसे खेलन जईबू सावन में कजरिया गीत को प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में विभाग की डाॅ.ऋचा वर्मा रही।कार्यक्रम का संचालन डाॅ.आकांक्षी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष डाॅ.संगीता घोष ने किया।