सुप्रीम कोर्ट ने विकास दुबे एनकाउंटर की जांच के लिए बने आयोग के पुनर्गठन की मांग की याचिका खारिज
विकास दूबे एनकाउंटर जांच आयोग से पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता को हटाने की हुई थी।
CJI ने कहा कि – DGP ने पूरी दुनिया के लिए एक टिप्पणी की है, इसकी सराहना नहीं की जा सकती। हमें राज्य सरकार से जवाब चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने बाद में कहा कि हम शुरू में हम आपके (याचिकाकर्ता) साथ थे, लेकिन ऑफिसर ने कहा है कि यदि जांच के बाद पुलिस वाले दोषी पाए जाते हैं तो उसे उन्हें दंडित किया जाएगा, उनका बयान संतुलित था।
CJI ने कहा- आयोग में SC के पूर्व जज BS चौहान हैं, एक पूर्व HC जज हैं। पूर्व DGP की विश्वसनीयता पर भी संदेह की कोई वजह नहीं। याचिकाकर्ता को इस तरह उनके ऊपर पूर्वाग्रह का आरोप नहीं लगाना चाहिए
SC ने जस्टिस शशिकांत अग्रवाल को आयोग से हटाने पर असहमति जताई।
याचिकाकर्ता घनश्याम उपाध्याय और अनूप अवस्थी ने आयोग के सदस्यों जस्टिस शशिकांत अग्रवाल और पूर्व डीजीपी के एल गुप्ता को हटाने की मांग की थी।