ए.वी.पी टैलेंट हंट द्वारा आयोजित रंग-तरंग डांस कॉम्पिटिशन का हुआ सेमीफाइनल राउण्ड में

ए.वी.पी टैलेंट हंट द्वारा आयोजित रंग-तरंग डांस कॉम्पिटिशन का हुआ सेमीफाइनल राउण्ड में।

  • सीनियर व जूनियर ग्रुप वर्ग के बच्चें पहुँचे फाइनल राउण्ड।

ओबरा-शनिवार को ए.वी.पी टैलेंट हंट द्वारा रंग तरंग डांस कॉम्पिटिशन को लेकर ओबरा स्थित डेलिश होटल में सेमीफाइनल राउण्ड का ऑडिशन लिया गया। जिसमे जिले व पड़ोसी जिले से एक से बढ़कर एक डांस प्रतिभागियों ने शिरकत की। वहीं ऑडिशन से पहले मुख्य अतिथि व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जैन ने कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश जी की प्रतिमा में माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। वही राहुल गोयल, राजेन्द्र गर्ग, विजय कुमार, सुधा, लवली शर्मा व शर्मिला अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर अपनी उपस्थिति देकर बच्चों का उत्साह वर्धन करते रहे।
वही जैसे ही फाइनल में प्रतियोगी अपनी प्रस्तुति एक से बढ़कर एक देने लगे तो सेमीफाइनल राउण्ड मे
उपस्थित दर्शक व अतिथियों सभी लोगों का दिल अच्छी परफार्मेंस करते हुये बच्चों ने जीत लिया। सीनियर व जूनियर ग्रुप के सभी प्रतिभागियों ने डांस से अपना जलबा बिखेरते हुये।
हर डांस पर तालियों की कड़कड़ाहट ने प्लेटफार्म पर डांस कर रहे डांसरों में और जोश भर दिया। वही एक से बढ़कर एक डांस परफॉर्मेंस ने निर्णायक मण्डल की माथे पर चिंता की लकीरें हिच दी। किस प्रतिभागी को फाइनल के लिए और किसको निरास करे। फिर भी फाइनल के लिए चुनाव तो करना ही था। वही जनपद के जाने माने वाले निर्णायक प्रमोद कुमार व साथ विक्रम सिंह ,मुकेश चौधरी ने अपनी अच्छी ड्यूटी निभाते हुए एक अच्छा निर्णय लिया जिससे सभी प्रतिभागी संतुष्ट दिखे कुछ के चेहरे पर खुशी तो कुछ के चेहरे आँशु भी देखने को मिली लेकिन जब रिजल्ट अच्छी हो तो लोग निर्णय का सम्मान कर खड़े ही रहते हैं।आपको बता दें कि
जूनियर वर्ग के लिए- निधि, नन्दिनी, श्रेयांशी, कीर्ति, अंजलि, दीपिका, आरोही, अदिति सिंह,आराध्या, हर्षिता, व अदिति जायसवाल ने फाइनल में जगह पक्की कर ली है। वहीं सीनियर वर्ग के लिए- आँचल सिंह, पी.पी. डान्स, विशाल वर्मा, स्नेहा, अभिषेक, कमलजीत, सुनिधि, निष्का ,रिषिका सिंह, शालू जायसवाल, शुभवारी श्रीवास्तव, शुभम, नेहा, ओजस कल्प, कार्तिक ने फाइनल के दौर के लिए क्वालीफाई कर लिया। मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि आज के समय मे बच्चों में पढ़ाई के साथ-साथ अलग से भी कुछ स्किल्स होनी चाहिए। स्किल्स डेवलप होने से बच्चे पढ़ाई की बोझ से दबे होने के बावजूद अपने आपको एक अलग माहौल में डाल लेते है। जिससे उनकी चंचलता बनी रहती है। डांस स्किल्स से बच्चों एक तो डांस से अपने पक्ष में कही भी माहौल बना लेते है। दूसरा डांस से शरीर एनरजेटिक रहती है। आज के भागते हुए परिवेश में शरीर पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। साथ ही संजय जैन ने रंग-तरंग डांस कार्यक्रम कॉम्पिटिशन कराने वाले सभी सदस्यों का धन्यवाद अर्पित किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए। जिससे बच्चें अपने जिले का आगे चलकर नाम रोशन कर सकते है। छोटे- छोटे प्लेटफार्म से ही बच्चे बड़े प्लेटफार्म पर पहुचते है।
वही कार्यक्रम की अध्यक्षा सुधा गोयल, सचिव आरती वाजपेयी, उपाअध्यक्ष विमलेश दीक्षित, कोषाअध्यक्ष प्रमोद कुमार रहे।
संरक्षक के रूप में सुनील गोयल मौजूद रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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