*जलेसर की चार फर्मों में दो करोड़ से अधिक जीएसटी चोरी का अनुमान, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा,जलेसर, । पिछले महीने सीजीएसटी अधिकारियों ने जलेसर स्थित मित्तल ग्रुप की शोरा, केमिकल एवं पीतल सहित चार फैक्ट्रियों को माल खरीद-फरोख्त संबंधी कागजात न मिलने पर सील कर दिया था। गुरुवार को फैक्ट्रियों के ताले खोल दिए गए। मामले की जांच जारी है। जीएसटी अधिकारियों के अनुसार फार्मों पर दो करोड़ से अधिक जीएसटी चोरी का अनुमान है।
गुरुवार को आगरा के सीजीएसटी प्रवर्तन दल के अधिकारी अनिल तिवारी, अधीक्षक आरडी सिंह, इन्द्रेश यादव, सतीश कुमार सिंह के अलावा विभागीय पुलिस अफसरों की मौजूदगी में बीते 26 मई को जलेसर स्थित प्रशांत मित्तल, मनोज मित्तल तथा आदित्य मित्तल की सील की गई चार फैक्ट्रियों को खुलवाया गया।
गुरुवार को दोपहर बाद सीजीएसटी टीम आने की सूचना मिलते ही नगर के शोरा, केमिकल्स तथा घुंघरू-घंटी उत्पादकों में एक बार फिर हड़कंप मच गया। व्यवसायी प्रतिष्ठानों के शटर बंदकर गायब हो गए। हालांकि टीम ने कस्बा के अन्य किसी प्रतिष्ठान, फर्म तथा फैक्टरी पर छापामार कार्रवाई नहीं की।
छापे के बाद 14 दिन तक सील रहीं चारों फैक्ट्रियां
जलेसर। सीजीएसटी टीम ने 26 मई को दोपहर दो बजे पूर्व पालिकाध्यक्ष स्वर्गीय विकास मित्तल और उनके भाई प्रशांत मित्तल, मनोज मित्तल तथा आदित्य मित्तल की शोरा, केमिकल्स तथा पीतल सहित चार फैक्ट्रियों पर एक साथ छापेमारी की थी। इसमें मित्तल केमिकल्स, मनोज केमिकल्स, शुभम नाइट्रो केम, आदित्य केमिकल्स कारखानों को सील कर दिया गया था। टीम का आरोप था कि सभी कारखानों पर भी कारोबार संबंधी बिल, बाउचर आदि कोई कागजात नहीं थे।
जांच पूर्ण होने पर फर्मों के खिलाफ कार्रवाई होगी
एटा। नाम न छापने की शर्त पर सीजीएसटी प्रवर्तन दल के अधिकारियों ने बताया कि कारखाने सील करने के कई दिन बाद फर्म मालिकों द्वारा प्रस्तुत किए गए माल खरीद-फरोख्त सबंधी कागजात की प्रारंभिक जांच हुई है। इसमें चारों फर्म पर लगभग दो करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी निकलकर सामने आ रही है। कागजात की पूर्ण जांच होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। जांच पूर्ण होने के बाद फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।