थायराइड एवं डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी कारगर है योग। –
डॉ. चंद्रमणि।

थायराइड एवं डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी कारगर है योग। –
डॉ. चंद्रमणि।

ग्रीष्मकालीन महिला योग शिविर में आज प्रो.अमिता सिंह ने कहा कि आज का योग मधुमेह और थायराइड बिमारी पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए योग का अभ्यास बहुत जरूरी होता है। यह हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ मानसिक ऊर्जा को बढ़ाता है। इस भागदौड़ भरे जीवन में कई प्रकार की बीमारियों ने भी शरीर को जकड़ लिया है। इनमें से सबसे आम बीमारी डाइबिटीज और थायराइड बन गई है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक थायराइड की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। तनावपूर्ण जीवन शैली की वजह से थायराइड होने की संभावना अधिक होती है। इसके कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं होने का खतरा रहता है। इसी प्रकार मधुमेह भी आज एक बड़ी बीमारी बनती जा रही है और टाइप-2 डायबिटीज के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। दिनचर्या से जुड़ी यह बीमारी बड़ा खतरा बन चुकी है। हालांकि अपने खानपान और दिनचर्या को बेहतर बनाकर इससे लंबे वक्त तक बचा जा सकता है। योगगुरु पतंजलि द्वारा रचित योग सूत्र में कुछ ऐसे योग आसान बताए गए हैं जिनसे व्यक्ति डाइबिटीज और थायराइड जैसे बीमारी को काबू में किया जा सकता है।
सफलतापूर्वक चल रहे ग्रीष्मकालीन महिला योग शिविर के 51 वे दिन योगा ट्रेनर के रूप में डॉक्टर चंद्रमणि ने आज के आधुनिक समय में महामारी के रूप में डायबिटीज एवं थायराइड जैसी बीमारियों में योग की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा की महिलाएं यदि योगासनो को अपने जीवन का अंग बना ले तो इस तरह की भयानक बीमारियों के दुष्प्रभाव से भी बचा जा सकता है। डॉ चंद्रमणि योग एवं नेचुरोपैथी एजुकेशन सेंटर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत है साथ ही वह योगा एक्सपर्ट डाइटिशियन काउंसलर प्राणीक हिलर के साथ वर्ल्ड प्रनिक हीलिंग फाउंडेशन की इंस्ट्रक्टर और योगामृत हॉलिस्टिक हेल्थ मैनेजमेंट सेंटर की डायरेक्टर भी है उन्होंने आज के योगाभ्यास का आरंभ गायत्री मंत्र प्रार्थना के साथ तथा । सूक्ष्म व्यायाम से प्रारंभ किया ।साथ ही डायबिटीज में अति उपयोगी आसनों में अर्धमत्स्येंद्रासन उष्ट्रासन भुजंगासन कटिचक्रासन ताड़ासन शलभासन उत्तानपादासन पश्चिमोत्तानासन के साथ कपालभाति भस्त्रिका एवं अनुलोम विलोम प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम ओम उच्चारण के साथ विश्व शांति पाठ के साथ अभ्यास का समापन किया।
आज शिविर में प्रो.भारती रस्तोगी किरण मिश्रा प्रीति शारदा एवं आसपास की अनेक महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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