UP में 4 मंदिरों पर हमला कर दर्जनों मूर्तियों को तोड़ा, सवा सौ साल पुराना शिवलिंग खंडित, ग्रामीणों में नाराजगी, बड़ा सवाल- अब तथाकथित सेक्युलर कहां?

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 4 मंदिरों में लगभग एक दर्जन मूर्तियों को खंडित किए जाने के बाद से गांव में भारी तनाव है। कल इस घटना को अंजाम दिया गया था जिसके बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है। बराल गांव के मंदिरों में मूर्तियों को खंडित किए जाने के बाद पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है। शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बराल गांव में यूपी पुलिस के 100 जवानों को तैनात किया गया है जबकि पीएसी की भी एक यूनिट को ड्यूटी पर लगाया गया है।
मूर्तियों को खंडित किए जाने की घटना के बाद से एसपी सिटी एसएन तिवारी और एडीएम प्रशासन प्रशांत कुमार ने इलाके का दौरा किया। बुलंदशहर के एसपी सिटी एसएन तिवारी ने बताया कि पुलिस की 5 टीमों को इसकी जांच में लगाया गया है। उन्होंने कहा, अगर जरूरत पड़ी तो मौजूदा एफआईआर में एनएसए यानी नेशनल सिक्योरिटी एक्ट को भी जोड़ा जा सकता है। वहीं गांव में नई मूर्तियों की स्थापना यूपी पुलिस के संरक्षण में करने का फैसला लिया गया है। बता दें कि बराल बुलंदशहर का हिंदू बहुल गांव है।
शिवालय में न सिर्फ करीब 130 साल पुराने शिवलिंग को तोड़ा गया है बल्कि हनुमान प्रतिमा को भी खंडित किया गया है। शनि मंदिर की मूर्तियां को भी आरोपियों ने निशाना बनाया है। बाहर की छोटी मूर्ति पर भी हमला किया गया है। वहीं गांव में निजी स्कूल के ठीक सामने बने दुर्गा मंदिर में भी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। यहां भगवान हनुमान की प्रतिमा को तोड़ा गया है। साईं भगवान की मूर्ति को भी मंदिर में हथौड़े से खंडित किया गया है। स्थानीय देवी-देवताओं और भगवान शिव के परिसर की मूर्तियों सहित कई प्रतिमाओं को तोड़ा गया है। गांव के गोरखनाथ मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई है और कुछ मूर्तियों को खेत में फेंक दिया गया है।