पुलिस प्रशासन की लापरवाही बनी विक्रम जोशी की मौत का कारण, पत्रकार जगत में भारी आक्रोश- राजू आर्य
● मदद को बुलाने पर SHO ने किया इनकार, स्थानीय पुलिस पर शासन करे कार्रवाई।
● सरकार ने की आर्थिक सहायता एवं पत्नी को नौकरी की घोषणा।
एटा।जनवादी पत्रकार संघ के प्रदेश प्रभारी, भारतीय गौरक्षा वाहिनी के अध्यक्ष ब्रजप्रान्त एवं कट्टरवादी हिन्दू नेता रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने पत्रकार विक्रम जोशी की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है।
बता दें कि ग़ाज़ियाबाद के रहने वाले पत्रकार विक्रम जोशी द्वारा कुछ लड़कों के खिलाफ अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज कराने से नाराज़ गुंडों ने ग़ाज़ियाबाद के विजय नगर इलाके में उनपर गोली चला दी थी। जिसमें उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।
आर्य ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन विक्रम जोशी द्वारा की गई शिकायत पर लापरवाही न करते हुए त्वरित कार्रवाई करती तो कदाचित विक्रम जोशी की मृत्यु नही होती। घटना से पूर्व विक्रम जोशी फिर से पुलिस को फोन करता है, SHO को फोन करता है, लेकिन SHO उसकी मदद के लिए आने से इंकार कर देता है और जैसे ही विक्रम जोशी दोनों बच्चियों के साथ घर के बाहर जाता है तो 11:30 बजे उसकी नृशंस हत्या कर दी जाती है। पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या की घटना पूर्णतः पुलिस प्रशासन द्वारा की गई लापरवाही का परिणाम है। प्रदेश में लापरवाही का आलम तब बना हुआ है जब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार समय समय पर जिलों के आला अफसरों को पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु निर्देश जारी करती रहती है। अगर सरकार के उन आदेशों पर अमल किया गया होता तो इस घटना को पूरी तरह रोका जा सकता था और विक्रम जोशी की जिंदगी हलकान नही होती।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विक्रम जोशी को मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता करने की घोषणा की है। योगी जी ने विक्रम जोशी के परिवार जान और निकटजनों के प्रतज गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विक्रम जोशी की पत्नी को नौकरी और बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने का भी एलान किया है।
आर्य ने कहा विक्रम जोशी की मृत्यु सिर्फ और सिर्फ पुलिस प्रशासन द्वारा सहायक रुख न अपनाने का नतीजा है। प्रशासन के ऐसे गैरजिम्मेदाराना रवैये से प्रदेश के पत्रकार जगत में रोष फैला हुआ है। रंजीत कुमार के साथ नेत्रपाल सिंह चौहान, विशनपाल सिंह चौहान, उमाकांत तिवारी, सुनील मिश्रा, राजीव शर्मा राज, राहुल वर्मा समेत कई पत्रकार बंधुओ ने आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से अपील की कि स्थानीय पुलिस द्वारा बरती गयी लापरवाही में गैरजिम्मेदार पुलिस कर्मियों के प्रति कार्रवाई की जाए।