दंगामुक्त यूपी की संकल्पना को मजबूत करेंगे, शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी प्राथमिकता: डीजीपी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बुधवार को कार्यभार संभाला। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन व उसके गुर्गे गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी उनकी प्राथमिकता में हैं।
कार्यवाहक डीजीपी ने कहा कि कहा पुलिस लगातार मजबूत हो रही है।एसटीएफ,एटीएस की मजबूती के कारण पिछले छह साल में एक भी आतंकी घटना नहीं हुई। एसटीएफ, एटीएस को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद फरार चल रही शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम को पकड़ना चुनौती है। ये प्राथमिकता में सबसे प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री की अपराध और अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होगा। चिन्हित माफियाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। दंगामुक्त यूपी की संकल्पना को मजबूत किया जाएगा। पुलिस फुट पेट्रोलिंग जारी रहेगी।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस को तकनीकी तौर पर दक्ष और प्रोफेशनल बनाया जाएगा। साइबर अपराध की जांच में नवाचार करेंगे,भ्रष्टाचार मुक्त पुलिस बनाएंगे,थानावार माफिया, फरार और टॉप टेन अपराधियों का चिह्नीकरण कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।अवैध मादक पदार्थ, जहरीली शराब, ड्रग्स के कारोबार में लिप्त माफिया और अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। कम्युनिटी पुलिस की संकल्पना को साकार करने के लिए मॉनिटरिंग होगी।
डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों के आचरण और व्यवहार में सुधार को प्राथमिकता पर रखा जाएगा।कुख्यात अपराधियों और माफिया तत्वों को सजा दिलाने के लिए अभियोजन और शासन के बीच तालमेल और बेहतर किया जाएगा। नागरिक सेवाओं तथा लोक शिकायतों के निवारण के लिए प्रभावी कार्रवाई के साथ ही थाने पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की शिकायतों को संवेदनशीलतापूर्वक सुनकर तुरंत एफआईआर दर्ज करा कर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा बेहद जरूरी है। इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी,उनकी शिकायतों की अनदेखी करने वालों पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा,एंटी रोमियो स्क्वायड को और मजबूत किया जाएगा,नागरिकों को सुगम यातायात देने के लिए ट्रिपल ई यानि इंफोर्समेंट, इंजीनियरिंग और एजुकेशन के सिद्धांत पर काम किया जाएगा। हादसों और आकस्मिक घटनाओं में रिस्पांस टाइम में सुधार और विस्तार के साथ ही जिम्मेदारी सुनिश्चित कराई जाएगी।
नए डीजीपी ने गिनाईं 15 प्राथमिकताएं
- यूपी में अपराध माफियाओं के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी।
- जिला स्तर पर थानावार माफिया और टॉप टेन अपराधियों का चिन्हीकरण करके कठोर कार्रवाई की जाएगी।
- अवैध मादक पदार्थ, जहरीली शराब और ड्रग्स के कारोबार में लिप्त माफिया और अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
- दंगामुक्त उत्तर प्रदेश की संकल्पना को मजबूत करते हुए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
- पुलिस की विजिबिलिटी बढ़ाने और कम्युनिटी पुलिस की संकल्पना को साकार करने के लिए मॉनिटरिंग होगी।
- पुलिस बल को सशक्त बनाने के लिए तकनीकी और व्यवसायिक दक्षता बढ़ाई जाएगी।
- भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर लगातार प्रहार जारी रहेगा।
- पुलिसकर्मियों के आचरण और व्यवहार में सुधार सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेगा।
- कुख्यात अपराधियों और माफिया तत्वों को सजा दिलाने के लिए अभियोजन और शासन के बीच तालमेल और बेहतर किया जाएगा।
- नागरिक सेवाओं तथा लोक शिकायतों के निवारण के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
- थाने पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की शिकायतों को संवेदनशीलतापूर्वक सुनकर तुरंत एफआईआर दर्ज करा कर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
- महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड के जरिए और भी सशक्त कार्रवाई की जाएगी।
- नागरिकों को सुगम यातायात के लिए ट्रिपल ई यानि इंफोर्समेंट, इंजीनियरिंग और एजुकेशन के सिद्धांत पर काम किया जाएगा।
- एटीएस और एसटीएफ को और मजबूत करके उन्हें पर्याप्त संसाधन और जनशक्ति उपलब्ध कराई जाएगी।
- हादसों और आकस्मिक घटनाओं में रिस्पांस टाइम में सुधार और विस्तार के साथ ही जिम्मेदारी सुनिश्चित कराई जाएगी।