असीमित संभावनाओं का सागर है योग।
डॉक्टर चंद्रमणि

ग्रीष्मकालीन महिला योग शिविर के 29 वे दिन योगा ट्रेनर के रूप में डॉ. चंद्रमणि ने योग को सभी शारीरिक एवं मानसिक जीवन में होने वाली असंभव स्वास्थ्य को भी प्राप्त करने में योग अत्यंत ही कारगर है पर जोर दिया ।डॉ. चंद्रमणि योग एवं नेचुरोपैथी एजुकेशन सेंटर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। साथ ही वह योग एक्सपर्ट डाइटिशियन काउंसलर प्राणी हीलर के साथ वर्ल्ड प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन की इंस्ट्रक्टर हैं और योगामृत हॉलिस्टिक हेल्थ मैनेजमेंट सेंटर की डायरेक्टर भी है। आज के योगाभ्यास में उन्होंने मंत्रों के साथ सूर्य नमस्कार सूक्ष्म व्यायाम पश्चिमोत्तानासन अर्धमत्स्येंद्रासन तितली आसन भुजंगासन सल भाषण उत्तानपादासन कटिचक्रासन ताड़ासन तिर्यक ताड़ासन वृक्षासन के साथ अनुलोम विलोम प्राणायाम ,नाड़ी शोधन प्राणायाम भस्त्रिका प्राणायाम कपालभाती प्राणायाम ओम उच्चारण के साथ विश्व शांति प्रार्थना के साथ अभ्यास का समापन किया।
यह शिविर कुलानुशासक मंडल एवं महिला यौन उत्पीड़न प्रतिषेध समिति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में सांय 6:00 से 7:00 के मध्य प्रतिदिन आयोजित है। इस शिविर का उद्घाटन 22/04/2023 को माननीय कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में हुआ था।
कुलानुशासक एवं महिला यौन उत्पीड़न प्रतिषेध समिति की अध्यक्ष प्रोफेसर अमिता सिंह ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को अपनी सेहत मेन्टेन रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन फिर भी लाइफस्टाइल आजकल ऐसी हो गई है, कि एक्सरसाइज और डाइट का सही से ध्यान रख पाने के बावजूद भी हेल्दी रहना मुश्किल हो गया है। यही कारण है कि आजकल लोगों को रुझान योग की तरफ भी बढ़ने लगता है। योगासन स्वस्थ रहने के सबसे अच्छे और सबसे सस्ते तरीकों में से एक है। यह एक ऐसा जरिया जिसकी मदद से आप घर पर अपने आप को 15 से 20 मिनट देकर दिनभर ऊर्जा से भरपूर और हेल्दी रह सकते हैं। योग न सिर्फ महिलाओं के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को ऊर्जा से भरपूर रखेगा बल्कि उन्हें होने वाली बीमारियों को भी दूर करेगा। योग सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। शिविर में कुलानुशासक मंडल की सदस्य डॉ. रीना चटर्जी मौजूद थी। साथ ही प्रोफेसर भारती रस्तोगी प्रो. हंसा जैन डॉक्टर ऊर्जस्विता सिंह विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की पत्नियां किरण मिश्रा बेटियां एवं उनके संबंधी भी नियमित रूप से शिविर में सहभागिता कर रहे हैं।