एटा।करोना महामारी संकट काल के दौरान तीन महीने का बिजली का बिल माफ,छात्र छात्राओ की फीस माफ,अधिवक्ताओ को दस हजार की एक मुश्त राशी दिलाये जाने की मांग को लेकर दिया ज्ञापन
एटा मानवाधिकार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसियो ने प्रधानमंत्री के नाम जिला अधिकारी के नाम ज्ञापन दिया।
जिसमे कहा गया कि भारत वर्ष में कोरोना महामारी को लेकर लगाए गये लॉक डाउन में माह मार्च,अप्रेल ,मई ,जून ,जुलाई,महीने में गरीब मजदूर किसान व्यापारी व आम आदमी अपनी रोजी रोटी को परेशान रहा उनके कारोबार ठप हो गए सरकारी न्यायालय भी बन्द रहे वकील लोगो बकालत भी नही कर पाए ऐसे में भी उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार ने कुछ आछींक घोषणाएं की तथा विभागों को निर्देश दिए लेकिन न तो आज तक किसी का बिजली बिल माफ हुआ और न ही छात्र/छात्राओ की फीस माफ की गयी विधुत विभाग व शिक्षा विभाग विशेष रूप से शिक्षा की व्यसायिक दुकाने अपने मनमाने रवैए पर उतारू है।जहाँ ऐसी स्थिति रही हो जहा जनता पाँच पाँच किलो गेहूं ,चावल के लिए खूब लम्बी लाइने में लगी रही ऐसे में गरीब आदमी से बिजली के बिल व स्कुलो की फीस कैसे दे।कांग्रेस पार्टी जनहित में मांग करती है कि कम तीन माह का बिजली बिल सभी का माफ किया जाए तथा मार्च से जून तक स्कुलो के बच्चो की फीस माफ की जाये यदि विभागों पर आर्थिक बोझ पड़े तो राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार उसकी अनुदान के रूप में भरपाई करे तथा बहुत से अधिवक्ता जिनकी आमदनी न होने के कारण घोर आर्धिक संकट से जूझ रहे है।उनकी सूची बनाकर दस हजार रुपये एक मुश्त राहत दिलाई जाए।
ज्ञापन देने वालो में पूर्व विधायक प्रेमपाल सम्राट ,रामकुमार सक्सेना जिला अध्यक्ष मानवाधिकार प्रकोष्ठ ,,ठाकुर अनिल सोलंकी जोनल स्टेट कोर्डिनेटर राजीव गांधी पंचायती राज, संघठन,इंजीनियर नुरमोहमद पूर्व लोकसभा प्रत्याशी,मोहमद इरफान रडवोकेट जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस,गंगा सहाय लोधी पूर्व प्रधानाचार्य,नीलमा राज अध्यक्ष महिला कांग्रेस एटा, परवेज सिद्धिकी,गगन सविता,केशव कठेरिया,इस्लाम खान,जिरस्मी पूर्व प्रधान सतेंद्र सिंह ,अरविद कश्यप,आदि।