शरीर मन और आत्मा को नियंत्रित करता है योग
कीर्ति शिखा।

कुलानाशासक मंडल एवं महिला यौन उत्पीड़न प्रतिषेध समिति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ग्रीष्मकालीन महिला योग शिविर में आज योगा ट्रेनर कीर्ति शिखा थी। कीर्ति शिखा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी से ही बी.पी.एड.एम.पी.एड.करने के पश्चात वर्तमान में वह पी.जी.डिप्लोमा इन नेचुरोपैथी एंड योगा में अध्ययनरत है। कीर्ति शिखा योगा ट्रेनर एवं इंस्ट्रक्टर के रूप में चेतन योग सेवा संस्थान यूपी कॉलेज पी.ए.सी रामनगर भूलनपुर एवं अनेक स्कूलों में अपनी सेवाएं दे चुकी है। आपको अनेक पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। साथ ही नेशनल चैंपियनशिप में भी आपको स्वर्ण रजत एवं कांस्य पदक से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि शरीर मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। यह तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है और आपको आराम से रहने में मदद करता है। योग आसन शक्ति शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है। आज उन्होंने सूक्ष्म व्यायाम ताड़ासन तिर्यक ताड़ासन भुजंगासन शलभासन उत्तानपादासन पवनमुक्तासन कटिचक्रासन सेतुबंध आसन उष्ट्रासन मकरासन अनुलोम विलोम प्राणायाम भ्रमरी प्राणायाम एवं ओम उच्चारण शांति पाठ कराया।
कुलानुशासक एवं महिला यौन उत्पीड़न प्रतिषेध समिति की अध्यक्ष प्रोफेसर अमिता सिंह ने बताया कि यह ग्रीष्मकालीन महिला योग शिविर दो माह (22/04/23 से 21/06/23) के लिए आयोजित है। इसमें प्रतिदिन शामिल होकर महिलाएं स्वास्थ्य लाभ उठा सकती हैं। नियमित तौर पर योगासन प्रणायम ना सिर्फ महिलाओं के स्वास्थ्य को ठीक रखता है बल्कि मानसिक परिवर्तन और शारीरिक असंतुलन जैसी आने वाली समस्याओं से निपटने में भी बेहद कारगर है। शिविर में कुलानुशासक मंडल की सदस्य डॉ.रीना चटर्जी एवं डॉ. चंद्रमणि मौजूद थी। साथ ही विश्वविद्यालय की प्रोफ़ेसर हंसा जैन प्रतिदिन शिविर में शामिल हो रही हैं। साथ ही विश्वविद्यालय से जुड़े पदाधिकारियों की पत्नियां बेटियां एवं उनके संबंधी भी शिविर में सहभागिता कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।