
मैनपुरी कारागार की जेल अधीक्षक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिस वीडियो में वह बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में कारागार परिसर में बंदियों और सिपाहियों को अभद्र भाषा के साथ ज्ञान दे रही हैं साथ ही किसी भी कार्यक्रम को कराने के लिए सिपाहियों और बंदियों से 100- 200 रुपए की मांग करने के पश्चात रुपए ना मिलने पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं।
भाषा की मर्यादा से ज्ञात हो रहा है जैसे कोई दाल,नमक,तेल, हल्दी, मिर्च,आटा,चना,चावल,झाड़ू, चूना,चोर है।
भीमराव आंबेडकर की जयंती पर ऐसी भाषा जिससे न्यूनतम आय वर्ग के कर्मचारियों को लज्जित करना, बाबा साहेब के उसूलों पर कुठाराघात है